हाथरस में दलित लड़की से गैंगरेप पर मायावती ने दी अपनी प्रति क्रिया
उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार की पीड़िता की हालत काफी नाजुक बनी हुई है. इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने इस घटना को लेकर यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाया है और दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की मांग की है.
रविवार को बीएसपी प्रमुख मायावती ने एक ट्वीट में लिखा, यूपी के जिला हाथरस में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निंदनीय है जबकि अन्य समाज की बहन-बेटियां भी अब यहां प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं. सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे, बी.एस.पी. की यह मांग.
बता दें कि 19 साल की इस दलित युवती को अलीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर वह जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रही है. उसे जीवन रक्षक उपकरणों पर रखा गया है. अधिकारियों ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रम वीर ने बताया कि 14 सितंबर को हुये इस सामूहिक बलात्कार के चारों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
यूपी के जिला हाथरस में एक दलित लड़की को पहले बुरी तरह से पीटा गया, फिर उसके साथ गैंगरेप किया गया, जो अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय जबकि अन्य समाज की बहन-बेटियाँ भी अब यहाँ प्रदेश में सुरक्षित नहीं हैं। सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे, बी.एस.पी. की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2020
उन्होंने बताया कि पीड़िता को अलीगढ़ के जेएन चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसे जीवन रक्षक उपकरण पर रखा गया है. इसके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना वाले दिन लड़की अपनी मां के साथ खेत मे गयी थी और उसके तुरंत बाद वह गायब हो गयी थी. अधिकारी ने बताया कि बाद में वह बुरी तरह से घायल मिली थी, उसकी जीभ कटी हुयी थी, आरोपियों ने उसका गला घोंटने का प्रयास किया था.
उन्होंने कहा कि फास्ट ट्रैक अदालत में मामले की सुनवाई की कानूनी प्रक्रिया की भी शुरूआत की गयी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज जीवन ने मामले में हाथरस पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि स्थिति खराब होने के बाद पीड़िता को अलीगढ़ अस्पताल में भेजा गया. पीड़िता के परिवार के सदस्यों से मुलाकात के बाद जीवन ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने पीड़िता के परिवार को तत्काल सुरक्षा एवं 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने की मांग की.