कोरोना संकट के बीच दिल्ली में वायु प्रदूषण का खतरा मंडराया
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट के बीच अब वायु प्रदूषण का खतरा मंडराने लगा है. दिल्ली की हवा बिगड़ने लगी है. वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा गुणवत्ता का पैमाना लगातार गिर रहा है.
यानी कि प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण और बढ़ने की आशंका है. दिल्ली में बीते शनिवार की सुबह वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में थी. जानकारों के मुताबिक गुणवत्ता का स्तर सोमवार तक और खराब हो सकता है. इसको लेकर पूर्वानुमान जारी कर दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी दिल्ली में बीते शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 168 थ, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है. इससे पहले शुक्रवार को यह 134 दर्ज किया गया था. अब सोमवार तक स्थिति और खराब होने का अनुमान लगाया गया है. बता दें कि कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के कारण दिल्ली की जनता पहले से परेशान है. ऐसे में हवा की गुणवत्ता खराब होने से दिल्लीवासियों की चिंता और बढ़ सकती है.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वायु गुणवत्ता निगरानीकर्ता ‘सफर’ ने मीडिया से चर्चा की. इसमें उन्होंने कहा कि दक्षिण पश्चिम के शुष्क क्षेत्रों से आने वाली धूल ने दिल्ली को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. पंजाब, अमृतसर, हरियाणा समेत अन्य पड़ोसी सीमावर्ती क्षेत्रों में खेतों में पराली जलनी शुरू हो गई है और इससे शहर की वायु गुणवत्ता और ज्यादा प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है.
उन्होंने कहा कि 27 सितंबर और 28 सितंबर को दिल्ली में वायु गुणवत्ता के ‘मध्यम’ श्रेणी से ‘खराब’ की श्रेणी में जाने की आशंका है. इनके अलावा नासा में यूनिवर्सिटीज स्पेस रिसर्च एसोसिएशन में वरिष्ठ वैज्ञानिक पवन गुप्ता ने मीडिया से कहा कि अगले दो से तीन दिन में सिंधु और गंगा नदी के मैदानी इलाकों में पीएम 2.5 अधिक होने का अनुमान है.