मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक
प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा करने बैठे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पारा महोबा के चर्चित कांड को लेकर चढ़ा रहा। क्रशर व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार और उनकी टीम का नाम आने से नाराज योगी ने स्पष्ट कहा कि महोबा में पुलिस अफसर माफिया की तरह काम कर रहे थे।
माफिया कोरोना की तरह है, जिसे रोका न जाए तो बढ़ता जाता है। योगी ने ऐसे अफसरों पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने रविवार को अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में मौजूद रहे सूत्रों के अनुसार बैठक में सबसे गर्म मुद्दा महोबा में क्रशर व्यापारी की मौत और आइपीएस द्वारा वसूली के लिए उनके उत्पीड़न का मामला रहा।
योगी ने कहा कि महोबा में सामने आया कि कैसे वहां एक वरिष्ठ अधिकारी अपराधी की तरह काम कर रहा था। उच्च अधिकारी नजर रखें कि उनकी क्षेत्र में कोई अफसर इस तरह का काम तो नहीं कर रहा। उसकी जानकारी तत्काल शासन को दी जाए। योगी ने कहा कि कोई अफसर जिम्मेदार पद पर बैठा है तो जनता के प्रति उसकी जवाबदेही ज्यादा है। कानून सभी के लिए समान है।
यदि गलत कृत्यों में अफसर लिप्त पाए जाएंगे, तो वह भी बख्शे नहीं जाएंगे। उल्लेखनीय है कि एसआइटी ने भी महोबा के मामले में रिपोर्ट दी है कि वहां आइपीएस पाटीदार और अन्य पुलिस कर्मी सिंडीकेट की तरह काम कर रहे थे। बैठक के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन ने ऑपरेशन माफिया
जबकि पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ परिक्षेत्र लक्ष्मी सिंह ने ऑपरेशन शक्ति के संबंध में प्रस्तुतीकरण किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 अक्टूबर से नवरात्र के पर्व के साथ ही पर्व और त्योहारों की श्रृंखला शुरू हो जाएगी। इस दौरान सुरक्षा और कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को लेकर पूरी सावधानी बरती जाए। थाना से लेकर बीट स्तर तक अच्छे अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाए और जवाबदेही भी सुनिश्चित की जाए। प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए। माहौल को खराब करने वाले तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध पहले से ही कार्रवाई करें। फुट पेट्रोलिंग पर जोर देते हुए कहा कि इससे अपराधियों में भय पैदा होता है।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों को नियंत्रित करने के लिए ऑपरेशन शक्ति सक्रियता से चलाने के निर्देश दिए। कहा कि बहन-बेटियों की सुरक्षा के प्रति खतरा बने लोगों के प्रति कार्रवाई में पूरी तत्परता बरती जानी चाहिए।
इस संबंध में हर स्तर के अधिकारी संवेदनशीलता रहें। एंटी रोमियो स्क्वॉयड काम करता रहे। उन्होंने संपूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस में जनशिकायतों के निस्तारण पर जोर दिया। पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को निरंतर पुलिस थानों का भ्रमण कर निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए।