मेरठ नगर निगम के सैकड़ों सफाई कर्मचारी हाथरस कांड को लेकर बैठे धरने पर
हाथरस गैंगरेप को लेकर देशभर में रोष का माहौल है. प्रदेश में भी कई संगठन इस घटना के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. उधर, मेरठ जिले में भी हाथरस कांड के खिलाफ गुस्सा देखने को मिला. यहां सैकड़ों सफाई कर्मचारियों ने धरना-प्रदर्शन किया और नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया.
मेरठ नगर निगम के सैकड़ों सफाई कर्मचारी हाथरस कांड को लेकर धरने पर बैठे. सफाई कर्मियों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर इसका विरोध किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में दलित बेटियां सुरक्षित हैं. सरकार इन आरोपियों को सीधे फांसी दे, जिससे ऐसा कृत्य करने वालो को एक सबक मिल सके.
सफाई कर्मचारियों का कहना है इस घटना में हाथरस पुलिस और प्रशासन दोनों ने लापरवाही बरती है. ऐसा लगता है कि आरोपियों को बचाने का प्रयास किया गया है. हम इस बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए हाई कोर्ट में एक याचिका भी दायर कर रहे है. हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उस बच्ची को इंसाफ नही मिल जाता.
बता दें कि, हाथरस जिले में 19 वर्षीय एक दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था. ये वारदात 14 सितंबर को चंदपा पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी. चार युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की थी, इस दौरान उसकी जीभ कट गई थी. इसके बाद से ही लड़की की गंभीर बनी हुई थी.
मंगलवार को किशोरी की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मामले में सभी चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है. मंगलवार देर रात गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया था.