बिहार विधानसभा चुनाव : विधायक अमरनाथ गामी ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने की,की घोषणा
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जदयू को बड़ा झटका देते हुए जदयू के हायाघाट से विधायक अमरनाथ गामी ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. अमरनाथ गामी दरभंगा के हायाघाट से जदयू विधायक हैं और पिछले कुछ समय से वह पार्टी से नाराज चल रहे हैं. अमरनाथ गामी कुछ समय से पार्टी की नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं. कई मौकों पर तो वह नीतीश कुमार पर भी सीधा हमला कर चुके हैं.
दरभंगा में अमरनाथ गामी ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वह दो-तीन दिन के अंदर राजद ज्वाइन कर लेंगे, लेकिन वह अभी यह तय नहीं कर पाए हैं कि वह हायाघाट से चुनाव लड़ें या दरभंगा शहर से. राजद आलाकमान तेजस्वी यादव ने उन्हें दोनों ही सीटों पर लड़ने की आजादी दी है. लेकिन फैसला खुद अमरनाथ गामी को करना है.
पार्टी छोड़ने का दुखड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि जदयू से उनकी खटास चल रही थी. ऐसे में उन्हें टिकट कटने का डर सता रहा था. यही वजह है कि उन्होंने अपने पुराने घर बीजेपी का भी दरवाजा खटखटाया लेकिन वो नीतीश कुमार के डर से सदस्य तक बनाने को तैयार नहीं हुए. दूसरी ओर राजद के तरफ से खुला ऑफर था. अब राजद को ही अपना घर मान वहां जाना तय किया और पटना में तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद बात बन गई. उन्हें अब अपना भविष्य राजद में ही दिखाई दे रहा है.
राजद का गुणगान करते हुए अमरनाथ गामी ने कहा कि 15 साल के शासन से बिहार की जनता अब ऊब चुकी है. आने वाले चुनाव में सत्ता परिवर्तन जरूर होगा. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कुर्सी प्रेमी बताते हुए खूब कटाक्ष भी किया. उन्होंने नीतीश कुमार को वैश्य विरोधी बताया. अमरनाथ गामी इतने पर नहीं रुके बल्कि नीतीश कुमार के पिछले राजनीतिक उठापटक की चर्चा करते हुए कहा बीजेपी के साथ नीतीश जी क्या किए, राजद के साथ क्या किए, मांझी जी के साथ क्या किए और फिर क्या हो रहा है. कभी सौतेला भाई तो कभी सहोदर भाई बन जाते हैं
इन सबसे अलग आज भी अमरनाथ गामी के घर में नीतीश कुमार के साथ उनकी करीबी रिश्ते की गवाही उनके घर में लगी तस्वीरों से झलक रही थी. वह नीतीश कुमार के करीबी माने जाते थे और वह कई बार उनके घर भी जा चुके हैं.
इससे पहले पटना से लौटने पर अमरनाथ गामी जैसे ही दरभंगा सीमा में प्रवेश किया. सैकड़ों राजद समर्थक लोगों ने लालू-राबड़ी जिंदाबाद नारों के बीच उनका स्वागत किया और फूल मालाओं से उन्हें लाद दिया. इसके बाद सैकड़ों बाइक और दर्ज़नों वाहनों के काफिले के साथ तेजस्वी यादव जिंदाबाद के नारे लगाते हुए उनके आवास तक पहुंचे.