दिल्ली में हुआ हाथरस पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च
हाथरस मामले में लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए लोग देशभर में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. लोगों की यही मांग है कि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले और दरिंदों को फांसी दी जाए. खास बात यह है कि हाथरस मामले में जस्टिस के लिए राजनीतिक दल प्रदर्शन कर रहे हैं तो आम लोग कैंड मार्च निकाल रहे हैं.
सुत्रोंसे मिली जानकारी के मुताबिक, हाथरस मामले को लेकर देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी लोग आक्रोशित हैं. रविवार रात को दिल्ली के नरेला में स्थानीय लोगों ने हाथरस के कथित सामूहिक बलात्कार मामले को लेकर कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान लोगों ने पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग की.
बता दें कि पीड़ित परिवार से मिलने के लिए राजनीतिक दलों को हाथरस जाने का सिलसिला जारी है. रविवार को पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे राष्ट्रीय लोक दल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पर रविवार को पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी. दरअसल, जिला प्रशासन ने यह कहा था कि किसी को भी पीड़िता के घर जाकर प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है. क्योंकि कोरोना महामारी की वजह से धारा 144 लागू है.
राजनेताओं को अनुमति लेने और सिमित संख्या के साथ पीड़ित परिवार से मिलने की अनुमति दी जाएगी. इसी क्रम में आज जयंत चौधरी पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे. लेकिन जब वे हाथरस पहुंचे तो उनके साथ समर्थक भी मौजूद थे. साथ ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन कर रहे थे. इस बीच पुलिस ने समझाने की कोशिश की लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और बेरिकेडिंग तोड़ने लगे. इसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी.
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी रविवार को पीड़िता के परिवार से मिले थे. उन्होंने सरकार से उन्हें सुरक्षा देने की मांग की थी. आजाद ने परिवार से मुलाकात के बाद कहा था कि पीड़िता के घरवाले यहां पर सुरक्षित नहीं हैं, इसलिए उन्हें तत्काल Y सिक्योरिटी मुहैया कराई जाए. चंद्रशेखर आजाद ने पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराने की मांग भी की.