आतंकी संगठनों ने अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने के लिए बनाए सात दस्ते, अलर्ट
लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मुहम्मद और हिजुबल मुजाहिदीन ने अमरनाथ यात्रा पर हमले की साजिश रची है। खुफिया तंत्र ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट जारी कर दिया है। आतंकी संगठनों ने अलग-अलग जगहों पर यात्रा को निशाना बनाने के लिए सात दस्ते बनाए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि लश्कर कमांडर अबू हैरान साथियों के साथ श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र जकूरा और गुलाब बाग में मौके की तलाश में है। बालटाल के रास्ते जाने वाले श्रद्धालु इसी इलाके से गुजरते हैं। इसके अलावा हाजिन बांडीपोर में बीते एक साल से आतंक का पर्याय बना स्थानीय लश्कर आतंकी सलीम पर्रे खुसरपोरा हाजिन में एक सप्ताह से कई बार देखा गया है। हाजिन के वीजपारा इलाके में हमले का जिम्मा लश्कर कमांडर मीर जारगाम को सौंपा गया है।
खुफिया एजेंसियों के अलर्ट के मुताबिक, हिज्ब कमांडर मुजफ्फर बट को चेडर मुतलहामा, कुलगाम में यात्रियों पर हमले की साजिश को अंजाम तक पहुंचाने का जिम्मा उसके आकाओं ने सौंपा है। अब्बास शेख नामक हिज्ब आतंकी गासीपोरा के पास हमले की तैयारी में लगा है।
हिज्ब कमांडर रियाज नायकू के गुट में शामिल लतीफ डार उर्फ टाइगर और जैश के कमांडर शाहिद बाबा के गुट में शामिल समीर अहमद डार व आदिल डार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्रीनगर-पांपोर-बिजबिहाड़ा में यात्रा को निशाना बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। उधर कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा कर उसे और ज्यादा चाक-चौबंद बनाया गया है।
विभिन्न स्थानों की रेकी व वीडियोग्राफी
सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने श्रद्धालुओं को निशाना बनाने के लिए यात्रा मार्ग पर विभिन्न स्थानों की रेकी करने के अलावा उनकी वीडियोग्राफी भी की है। उनके मंसूबों को भांपते हुए यात्रा मार्ग पर चिह्नित किए सभी संवेदनशील इलाकों में बीते एक सप्ताह से लगातार सघन तलाशी अभियान चलाए जा रहे हैं। यात्रा मार्ग पर रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) की गश्त भी बढ़ा दी गई है।
बाबा अमरनाथ यात्रा रिकॉर्ड तोड़ने के करीब
जम्मू : बाबा अमरनाथ यात्रा पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गई है। अब तक 255356 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए हैं।
बाबा अमरनाथ यात्रा के 31वें दिन शनिवार को 3360 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पिछले वर्ष 2.60 लाख श्रद्धालु यात्रा पर आए थे। 2016 में 2.20 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। अगले दो दिनों मे पिछले वर्ष (2017) का रिकॉर्ड टूट सकता है।