आज दिख रही एयरफोर्स की ताकत राफेल की गर्ज से जनता हुई गर्व
देश की शान वायुसेना ने गुरुवार को अपना 88वां स्थापना दिवस मनाया. इस मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर कार्यक्रम हुआ, जिसमें वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने देश को संबोधित किया. लेकिन इस कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र रहा राफेल लड़ाकू विमान, जिसने पहली बार इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
फ्रांस से हाल ही में आए पांच राफेल लड़ाकू विमानों में से दो विमान यहां मौजूद रहे, जिसमें से एक ने उड़ान भरी. राफेल ने जब आसमान में अपना दम दिखाया, तो हर कोई देखता रह गया. राफेल के साथ जगुआर लड़ाकू विमानों ने फॉर्मेशन तैयार की थी, जो कि शानदार नज़ारा रहा. इस दौरान राफेल ने आसमान में करतब दिखाए.
राफेल लड़ाकू विमान के अलावा सुखोई, मिग, ग्लोबमास्टर, अपाचे, चिनूक हेलिकॉप्टर ने भी आसमान में अपनी ताकत दिखाई. इस बार फ्लाइ पास्ट में कुल 56 विमान शामिल हुए, जिनमें देशी-विदेशी कई लड़ाकू और अन्य विमान-हेलिकॉप्टर शामिल रहे. इनके अलावा सूर्यकिरण और सारंग टीम ने भी अपनी ताकत का एहसास करवाया.
देश को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया. साथ ही कहा कि हमारे क्षेत्र में खतरा बढ़ता जा रहा है, पड़ोसी देश के जरिए आतंकियों के खतरे को बढ़ाया जा रहा है तो वही साइबर स्पेस के चलते भी हमें नई चुनौतियां देखने को मिल रही हैं. वायुसेना हर मोर्चे पर अपने आप को तैयार कर रही है, साथ ही बॉर्डर पर पैनी निगाहें बनाई हुई है.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों ने हमें और ताकतवर तैयारी करने के लिए सजग किया है. वायुसेना लगातार अपने बेड़े में नए विमानों को शामिल कर रही है, अपाचे और राफेल इसका ही उदाहरण हैं. कई पुराने एयरक्राफ्ट का अपग्रेडेशन भी किया जा रहा है.
यहां कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने दो दर्जन से अधिक वायुवीरों का सम्मान किया. इसमें वो जवान भी शामिल रहे, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बालाकोट में हुई एयरस्ट्राइक में अहम रोल निभाया था. इनमें एक महिला और दो पुरुष जवान शामिल रहे.