बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज अमरपुर में की पहली रैली
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार आज से जनता के बीच जाकर चुनाव प्रचार का आगाज कर रहे हैं. अब तक नीतीश कुमार वर्चुअल रैलियां कर रहे थे. आज वो बांका जिले के अमरपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे और जनता को संबोधित किया.
कोरोना काल में हो रहे चुनाव की इस पहली फिजिकल रैली में नीतीश कुमार ने कहा कि हम काम करने में यकीन रखते हैं, सेवा ही हमारा काम है जबकि कुछ लोगों का काम मेवा खाना होता है. इससे आगे नीतीश ने कहा कि आप हमारा काम देखिए, प्रचार के चक्कर में मत आइएगा. अगर प्रचार के चक्कर में आ गए तो उनकी आमदनी बढ़ जाएगी, आपकी घट जाएगी.
नीतीश कुमार ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कहा कि अब तक लड़कियों को जो आर्थिक मदद दी जा रही है उसे बढ़ा दिया जाएगा. नीतीश ने कहा कि नए निश्चय में इंटर पास करने पर हर लड़की को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे जबकि ग्रेजुएट करने पर हर लड़की 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी. हमने महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया है, जिससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है. हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ती हुई दिख रही हैं.
वहीं, नीतीश कुमार ने बिहार में बिजली व्यवस्था पर सरकार का कामकाज गिनाया. नीतीश ने कहा कि दिसंबर 2018 तक हर घर बिजली का लक्ष्य था, जिसे हमने समय से पहले ही अक्टूबर में पूरा कर लिया था. नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि ये दौर कोरोना वायरस का है. हमारी सरकार ने इसके लिए काफी काम किया. लॉकडाउन के बीच में जो लोग बाहर से आए उन्हें हमने क्वारनटीन में रखा, उनकी मदद की, जांच कराई. अब कोरोना का ग्राफ नीचे जा रहा है.
नीतीश कुमार ने कहा कि न्याय के साथ विकास जिसका मतलब है, हर वर्ग का विकास और हर तबके का उत्थान. जो लोग हाशिये पर हैं उनको मुख्यधारा से जोड़ना है और इसी ध्येय के साथ हम शुरू से काम करते आये हैं.
अमरपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू तीनों ही पार्टियों को जीत मिलती रही है. पिछले दो चुनावों की बात की जाए तो दोनों बार जेडीयू प्रत्याशी को जीत मिली है. जनार्दन मांझी अमरपुर के सिटिंग विधायक हैं. हालांकि, इस बीर जेडीयू ने उम्मीदवार बदल दिया है. पार्टी ने युवा नेता जयंत राज कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है. 2015 के चुनाव में मांझी ने बीजेपी के उम्मीदवार को हराया था. वो चुनाव जेडीयू और आरजेडी ने मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ा था. जबकि इस बार बीजेपी-जेडीयू मिलकर आरजेडी के खिलाफ लड़ रही है.