यूरोप समेत दुनिया के कई दूसरे देश कोविड-19 की दूसरी लहर से हैं परेशान, फिर लगाई इन जगहों पर पाबंदी
कोविड-19 की वजह से कई महीनों तक लॉकडाउन झेलने वाला यूरोप एक बार फिर से इसी तरफ आगे बढ़ रहा है। यूरोप के कई देशों में कोविड-19 के मामले दोबारा तेजी से बढ़ रहे हैं। जर्मनी, फ्रांस, पैराग्वे, ब्रिटेन समेत कुछ दूसरे देशों में भी कमोबेश यही हाल है। जर्मनी में पिछले 24 घंटों में 6,638 नए मामले दर्ज किए गए। इसको देखते हुए यहां पर नियमों में और कड़ाई की गई है। इससे पहले 28 मार्च को एक दिन में सबसे अधिक 6,294 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं फ्रांस में भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इसको देखते हुए नौ शहरों में रात का कर्फ्यू लगा दिया है। ब्रिटेन में भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उनके ऊपर अब एक फिर से पूरे देश में लॉकडाउन करने का दबाव बढ़ रहा है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों की वजह से लोगों के मन में चिंताएं घर कर रही हैं। बढ़ते मामलों के चलते वहां की चांसल एंजेला मर्केल ने 16 राज्यों के साथ बैठक की थी। इसमें वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू किए गए प्रतिबंधों को और सख्त करने का फैसला लिया गया। जर्मनी में इसकी रोकथाम को लेकर जो नियम बनाए गए हैं उनमें मुंह पर मास्क लगाना, किसी भी तरह के समारोह में लोगों की संख्या सीमित करना, हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में बार और रेस्तरां पूरी तरह से बंद करना शामिल हैं। चांसलर के साथ हुई बैठक में सभी राज्यों ने इस बाबत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को सही बताया और नियमों को और अधिक कड़ा करने की वकालत भी की।
इस बैठक में युवाओं से खास अपील करने की भी बात कही गई है। इसमें कहा गया कि देश के युवा वर्ग से किसी भी तरह की पार्टियों से दूर रहने की अपील की जाए। ऐसा कर वो आने वाला कल बेहतर तरीके से जी सकेंगे। इस दौरान मर्केल ने कहा कि अब लिए गए फैसले निर्णायक होंगे। उन्होंने बढ़ते मामलों पर चिंता भी जाहिर की। इस बैठक में शामिल राज्यों का ये भी कहना थ कि इसकी रोकथाम के लिए हमने बहुत लंबा सफर तय किया है, लेकिन अभी और बहुत कुछ देखना बाकी है। जर्मनी में हॉटस्पॉट वाले इलाकों में आयोजित किसी भी कार्यक्रम में अधिकतम दस लोगों की सीमा निर्धारित की है। वहीं निजी स्थानों पर होने वाले कार्यक्रम में सिर्फ दो परिवार ही हिस्सा ले सकेंगे।
जर्मनी ने हॉटस्पॉट को एक ऐसे क्षेत्र के रूप में परिभाषित किया है जहां पर सात दिनों की अवधि में प्रति 1,00,000 लोगों पर 50 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इन इलाकों में पब और रेस्तरां 11 बजे रात को बंद करने होंगे। हॉटस्पॉट से अलग होने वाले किसी समारोज में केवल 25 लोग शामिल हो सकेंगे। प्रति एक लाख में 35 नए संक्रमण के मामले आने पर सभी सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा। अगर क्षेत्र हॉस्पॉट में तब्दील हो जाता है तो मास्क को लेकर नियम और सख्त कर दिए जाएंगे
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच फ्रांस में कर्फ्यू लगा दिया गया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रोन ने बुधवार रात को टीवी पर दिए अपने संबोधन में कहा कि कोविड -19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए पेरिस समेत नौ शहरों में 17 अक्टूबर से कर्फ्यू लगाया जा रहा है। इन शहरों में रात 9 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। यह कर्फ्यू चार सप्ताह तक लागू रहेगा। इस दौरान लोगों को अपने ही घरों में रहना होगा। मैक्रोन ने कहा कि हमें अब सख्त कदम उठाकर वायरस को फैलने से रोकना होगा।
ब्रिटेन में इस सप्ताह हाउस ऑफ कॉमन से मंजूरी मिलने के बाद प्रतिबंधों को लागू किया गया है। इन्हें तीन श्रेणियों में बांटा गया है। मध्यम, उच्च और सर्वोच्च। लीवरपूल को सर्वोच्च श्रेणी में रखते हुए यहां पर बार, जिम और दूसरे व्यवसायों को बंद कर दिया गया है। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने ये भी कहा है कि वो कोविड-19 संक्रमण फैलने से रोकने के लिए आगे भी कठोर फैसले लेते रहेंगे। आयरलैंड ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्कूलों को बंद कर दिया है। स्कॉटलैंड ने भी पहले के मुकाबले कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं। वेल्स ने भी चेतावनी दी है कि वहसर्किट ब्रेकर लॉकडाउन की तैयारी कर रहा है। इसके अलावा ईरान में इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए वहां के पांच प्रमुख शहरों में यात्रा प्रतिबंध लगाने का एलान किया है।
पुर्तगाल में फुटबाल के दिग्गज खिलाड़ी क्रिस्टिनो रोनाल्डो कोविड-19 संक्रमित हो गए हैं। इसकी वजह से उनके समर्थन काफी दुखी हैं। चेक रिपब्लिक का भी कमोबेश यही हाल है। वहां पर स्कूलों को बंद कर डिस्टेंस लर्निग की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा यहां पर अस्पतालों में गैर जरूरी कर्मियों को बाहर कर दिया गया है। इसके अलावा दूसरी बीमारियों में इलाज करवा रहे मरीजों को भी घर भेज दिया गया है ताकी कोविड-19 के मरीजों को एडमिट किया जा सके। पोलैंड में स्कूलों को दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया है, जबकि रेस्तरां चार सप्ताह तक बंद रहेंगे।