हिंदू राव हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने वेतन ना मिलने पर की हड़ताल
दिल्ली में पूरी तरह से कोविड 19 के लिए बनाए गए हॉस्पिटल हिंदू राव और कस्तूरबा अस्पतालों के डॉक्टरों और फ्रंटलाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ताओं ने लगभग 4 महीने से वेतन का भुगतान न करने का विरोध किया.
उन्होंने कहा कि वे महामारी की स्थिति का बहादुरी से मुकाबला करेंगे और लोगों की सेवा करेंगे, लेकिन कोविड योद्धा भूखे पेट नहीं रह सकते हैं. सभी डॉक्टर्स तेरा खून कब खौलेगा… और आखिर कब तक जैसे स्लोगन्स के साथ अपनी आवाज़ उठा रहे हैं.
एक डॉक्टर कहते हैं, पहले हमने मेयर से शिकायत की थी जिन्होंने हमें बताया था कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पास पैसा नहीं है. अब चार महीने हो गए हैं.हाल ही में विरोध कर रहे डॉक्टरों ने कहा था कि अगर सरकार उनकी बातों पर तुरंत अमल नहीं करती है तो सभी डॉक्टर और हेल्थकेयर कार्यकर्ता 19 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
एक बातचीत में हिंदू राव अस्पताल के अध्यक्ष आरडीए अभिमन्यु सरदाना ने कहा था कि क्या डॉक्टर सुपरहुमन हैं? क्या हमारे पास भौतिक आवश्यकताएं नहीं हैं, घर के लिए राशन, चुकाने के लिए ऋण?
क्या अधिकारी सिर्फ हमें बिना वेतन के साथ काम करते रहने की उम्मीद करते हैं और कब तक? उन्होंने लोगों से थैलिस को हटाने के लिए कहा. उन्होंने कहा, हम पर ऊपर से फूलों की बारिश होती है. मैं उन सभी इशारों को महसूस करता हूं, जो हमारे लिए अभी खोखले हैं.
बता दें कि दिल्ली सरकार ने नगर निगम के बाड़ा हिंदूराव अस्पताल को हाल ही में कोविड-19 के लिए निर्दिष्ट अस्पतालों की सूची से हटा दिया है.