घर पर ऐसे करें कन्या पूजन, जानें पूजा सामग्री, विधि और उपहार के बारे में
आप अष्टमी के दिन कन्या पूजन कर रहे हैं तो सुबह के समय स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान गणेश और महागौरी की पूजा करें।
नवरात्रि का त्यौहार चल रहा है। इस दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां के भक्त नवरात्रि के पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं और कन्या पूजन भी करते हैं। इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक साथ पड़ रही हैं। ऐसे में लोग एक ही दिन अष्टमी और नवमी की पूजा करेंगे। इन दिनों लोग अपने घर में कन्या पूजन करते हैं। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों के दौरान कन्या पूजन करना कुछ मुश्किल नजर आ रहा है। इस बार शायद बच्चे कुछ कम ही देखने को मिलें। आइए ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री से जानते हैं कि किस तरह करें कन्या पूजन।
इस तरह घर पर करें कन्या पूजन-
कन्या पूजन के दिन सबसे पहले घर में साफ-सफाई करें।
अगर आप अष्टमी के दिन कन्या पूजन कर रहे हैं तो सुबह के समय स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान गणेश और महागौरी की पूजा करें।
वहीं, अगर आप नवमी पर कन्या पूजन कर रहे हैं तो गणेश की पूजा करने के बाद
मां सिद्धिदात्री की पूजा करें।
कोरोना के चलते कन्याओं को घर में नहीं बुलाया जा सकता है। ऐसे में अगर आपके घर में छोटी बच्ची मौजूद हो जिसकी आयु 10 वर्ष से ऊपर की न हो।
कन्या के साथ अगर कोई बालक हो तो उसे भी बैठाएं।
घर की बेटी या भतीजी को आसन पर बैठाने से पहले जय माता दी का जयकारा लगाएं।
कन्या को बैठने के लिए आसन दें और उनके पैर धोएं।
कन्या को रोली, कुमकुम और अक्षत् का टीक लगाएं।
फिर कन्या के हाथ में मौली बांधें।
इसके बाद घी का दीपक जलाएं और कन्या की आरती उतारें।
फिर पूरी, चना और हलवा कन्या को खाने के लिए दें।
खाने के साथ कन्या को अपने सामर्थ्यनुसार भेंट और उपहार भी दें।
फिर उनके बाद उनके पैर छूएं।
ये दिए जा सकते हैं गिफ्ट-
कन्या पूजन के दिन कन्याओं को वॉटर बॉटल, पिग्गी बैंक, ब्रेसलेट, हेयर क्लिप, पर्स, पेंसिल बॉक्स, डॉल, किचन सेट या थाली (जिसमें प्रसाद रखा गया हो) आदि गिफ्ट के तौर पर दिया जा सकता है।