राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने घोषणा पत्र में दिया शिक्षा सुधार पर जोर
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने चुनावी वादों के साथ जनता से वोट मांग रहे हैं. अब इसी क्रम में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी अपना मेनिफेस्टो जारी किया है.
पार्टी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने इसमें पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिचाईं, कार्रवाई और सुनवाई को प्राथमिकता के आधार पर सुनिश्चित करने का वादा किया है. कुशवाहा ने नौजवानों को रोजगार, विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा, किसानों को अच्छी आमदनी और खुशहाली, शोषितों, वंचितों और पीड़ितों को त्वरित सुनवाई और न्याय दिलाने का वचन देते हुए अपने 25 वादों का एक वचन पत्र जारी किया है.
उपेंद्र कुशवाहा ने इसमें अपने 25 वचनों का उल्लेख करते हुए बिहार वासियों से इसे पूरा करने का वादा किया है. आइये इस वचन पत्र के मुख्य बिंदुओं पर नजर डालते हैं विद्यालयों में विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों की बहाली के लिए बीपीएससी के समान उच्च गुणवत्ता वाले अलग-अलग आयोगों का गठन किया जाएगा विभिन्न स्तरों पर शिक्षकों के रिक्त पदों पर शीघ्र बहाली की जाएगी.
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए अनिवार्य रूप से ऑनलाइन पद्धति अपनाई जाएगी.2003 एवं उसके बाद बहाल शिक्षकों का पुनर्मूल्यांकन आयोग द्वारा किया जाएगा जो शिक्षक मूल्यांकन में उत्तीर्ण हुए वे शिक्षक पद पर बने रहेंगे तथा जो मूल्यांकन में उत्तीर्णता प्राप्त नहीं कर सके उनको दूसरे विभागों में समायोजित किया जाएगा राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित मानकों के अनुसार ही शिक्षकों की बहाली करेंगे.
प्राथमिक विद्यालयों में भी कम से कम 1 शिक्षक विज्ञान का हो तथा अन्य स्तर के विश्वविद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की बहाली करेंगे सभी स्तरों पर नियुक्त शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान दिया जाएगा विश्वविद्यालयों में उर्दू पढ़ने वाले छात्रों की उपलब्धता के आधार पर रूप से उर्दू शिक्षकों की बहाली की जाएगी.
राज्य के बाहर मान्यता प्राप्त तकनीकी शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे पिछड़ा अति पिछड़ा अनुसूचित एवं अनुसूचित जनजाति के छात्रों को सरकार द्वारा घोषित छात्रवृत्ति समय पर अनिवार्य रूप से देंगे विश्वविद्यालयों महाविद्यालयों में व्यावसायिक विषयों के शिक्षकों की बहाली अनिवार्य रूप से होगी मदरसों का आधुनिकीकरण और विलंब करेंगे.