बिहार विधान सभा चुनाव : पहले चरण का प्रचार खत्म 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को होगी वोटिंग
बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव प्रचार सोमवार शाम पांच बजे थम गया. पहले चरण के 16 जिलों की 71 सीटों पर फतह के लिए पार्टियों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी. पहले चरण के चुनाव प्रचार में बेरोजगारी और लालू के जंगलराज का मुद्दा सबसे ज्यादा हावी रहा.
तेजस्वी यादव अपनी हर रैली में 10 लाख रोजगार देने के वादे का जिक्र करते नजर आए तो नीतीश कुमार ने अपने 7 निश्चय से चुनाव कैंपेन शुरू किया था और लालू राज के बहाने आरजेडी पर हमला बोला और कहा कि 8-8, 9-9 बच्चे पैदा करने वाले बिहार का विकास करने चले हैं. वहीं, बीजेपी की ओर से राम मंदिर निर्माण और जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को भुनाने की कवायद के साथ आतंकवाद का जिक्र भी किया गया.
जेडीयू की ओर से नीतीश कुमार चुनावी कमान संभाल रखी थी और एक दिन में तीन से चार रैलियों को संबोधित किया. नीतीश ने अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत 14 अक्टूबर से की, जिसके लिहाज से करीब 35 से 40 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया.
वहीं, आरजेडी से तेजस्वी यादव ने अकेले चुनावी प्रचार की कमान संभाली. तेजस्वी ने अपनी पहली रैली 13 अक्टूबर को समस्तीपुर के रोसड़ा से की थी और एक दिन में 9 से 10 रैलियों के संबोधित किया. इस तरह से तेजस्वी करीब 60 से 70 सीटों पर रैलियां कर चुके हैं.
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले चरण में महज एक दिन ही चुनाव प्रचार में उतरे और तीन सीटों पर प्रचार किया था जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पहले चरण में एक ही दिन प्रचार किया और सिर्फ दो रैलियों को संबोधित किया.
बीजेपी की ओर से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले चरण में दो दिन चुनाव प्रचार किया और छह रैलियां की थीं. हालांकि, बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद से लेकर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित तमाम बीजेपी नेता चुनावी प्रचार की कमान संभाले हुए हैं.