वीडी शर्मा को अपने पद की चिंता इसलिए कर रहे अनर्गल बयानबाजी- नरेंद्र सलूजा :-
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा को सलाह दी है कि वह कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह जी के मुकाबले अभी बहुत छोटे है, बेहतर हो वह अपने कद के मुताबिक ही बयान बाजी करें। सलूजा ने कहा कि वीडी शर्मा अभी एक वर्ष पहले ही सांसद बने है और वह कमलनाथ जी जैसे वरिष्ठ नेता जो 40 साल तक सांसदीय अनुभव रखते है उनके ऊपर झूठे और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। यह आरोप उसी तरीके के है जैसे आसमान को देख कर वह खुद पर ही थूक रहे हो। उन्होंने कहा कि भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह को अपनी बुलेट के पीछे बैठा कर घुमाने का इनाम भले उन्हें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मिल गया हो, लेकिन लेकिन आज भी भाजपा के कार्यकर्ताओं में उनकी स्वीकार्यता नहीं है।
सलूजा ने कहा कि प्रदेश भाजपा के नए नवेले अध्यक्ष वीडी शर्मा जो कि ग्वालियर-चंबल अंचल के मुरैना से आते हैं, इन उप चुनावों में उन्हीं के गृह अंचल ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में भाजपा की करारी हार उन्हें सामने नजर आ रही है। उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष पद से उनकी विदाई तय है, इसीलिए अपना पद बचाने के लिए वे कांग्रेस नेताओं पर झूठे आरोप व अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। सलूजा ने कहा कि वीडी शर्मा भले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बन गए हो, शिवराज जी की कुर्सी खसकाने में लगे हुए हो, लेकिन उनका कद अभी बहुत छोटा है। भाजपा में ही अभी तक उनकी स्वीकार्यता नहीं है और न ही प्रदेश स्तर पर उनको कोई जानता है। इसके पहले उन्होंने कभी सरपंच और पार्षद तक का चुनाव तक नहीं लड़ा है, सिर्फ़ अपनी सेटिंग से वर्ष 2019 में खजुराहो से लोकसभा का टिकट पा गए है। प्रदेश भाजपा के नेताओं को याद दिलाते हुए सलूजा ने कहा कि वीडी शर्मा जो कि महज 7 वर्ष पहले ही वर्ष 2013 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से भाजपा में आए हैं। जब वह भोपाल से सांसद का चुनाव लड़ना चाहते थे, उस समय भाजपा के दिवंगत नेता स्वर्गीय बाबूलाल गौर ने सार्वजनिक रूप से टिप्पणी की थी कि कौन वीडी शर्मा, मैं तो जानता भी नहीं, इस नाम के व्यक्ति को ? वही खजुराहो से टिकट मिलने पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ही उनके खूब पुतले जलाये थे। एक पूर्व विधायक ने तो इस्तीफा तक दे दिया था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक सलूजा ने कहा कि आज भी वीडी शर्मा को प्रदेश में पहचान का अभाव है। वह पूर्व में भी भाजपा की सरकार में एक उप चुनाव का प्रभारी होने के बाद भी वे अपनी पार्टी को जीत नहीं दिलवा पाए थे। अब प्रदेश अध्यक्ष के रूप में प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उप चुनाव में भाजपा की करारी हार तय है और जिस ग्वालियर-चंबल संभाग से वे आते हैं, वहां पर भाजपा की दयनीय स्थिति है। करारी हार उन्हें सामने नजर आ रही है। वीडी शर्मा जी को अपना पद जाता हुआ दिख रहा है इसलिए वे इस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं।