किसान विकास पत्र (KVP) निवेश करने का सुरक्षित माध्यम, जाने उससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के लिए, किसान विकास योजना में निवेश में 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है. उदाहरण के लिए, KVP प्रमाणपत्र में निवेश की गई राशि 113 महीने (नौ साल और पांच महीने) की अवधि में दोगुनी हो जाती है.
नई दिल्ली: इंडिया पोस्ट की शाखाओं में मिलने वाला किसान विकास पत्र (KVP) निवेश का एक पुराना और सुरक्षित माध्यम रहा है. फिलहाल किसान विकास पत्र में निवेश पर 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है. किसान विकास पत्र जैसी छोटी बचत योजनाओं पर लागू ब्याज दरों की वर्तमान में वित्त मंत्रालय द्वारा तिमाही आधार पर समीक्षा की जाती है. 31 मार्च को समाप्त होने वाली तिमाही के लिए भी वित्त मंत्रालय ने ब्याज के मौजूदा स्तर को बनाए रखा है. किसान विकास पत्र योजना पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS) की तरह नौ सरकार-संचालित लघु बचत योजनाओं का हिस्सा है.
किसान विकास पत्र (KVP) से जुड़ी कुछ महत्वपुर्ण बातें है जो निवेश से पहले जानना जरूरी है
कितना मिलता है रिटर्न?
चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के लिए, किसान विकास योजना में निवेश में 7.6 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलता है. उदाहरण के लिए, KVP प्रमाणपत्र में निवेश की गई राशि 113 महीने (नौ साल और पांच महीने) की अवधि में दोगुनी हो जाती है.
निवेश की सीमा-
KVP योजना के तहत खाता खोलने के लिए, इंडिया पोस्ट वेबसाइट indiapost.gov.in के अनुसार, न्यूनतम 1,000 रुपये का निवेश करना होगा. किसी भी उच्च राशि का निवेश 100 रुपये से अधिक में किया जा सकता है. किसान विकास योजना में निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं है.
KVP आप कहा से खरीद सकते हैं?
किसान विकास पत्र (KVP) किसी भी विभागीय डाकघर से खरीदे जा सकते हैं.
नामांकन इंडिया पोस्ट वेबसाइट के अनुसार, KVP प्रमाणपत्रों में निवेश के लिए नामांकन सुविधा उपलब्ध है.
यह कैसे काम करता है?
किसान विकास पत्र (KVP) खरीद के बाद एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरित किया जा सकता है, और एक डाकघर से दूसरे में भी आप हस्तांतरित कर सकते हैं. आप अपने लिए या किसी भी नाबालिग या वयस्क के नाम से निवेश कर सकते हैं.