इस बार 28 साल बाद भी रामलला के द्वार पर फिर से दीपक जगमगाएंगे:-
यूं तो अयोध्या में दीपोत्सव साल 2019 में भी मनाया गया था, रिकॉर्ड भी सेट हुआ था | फिर भी इस बार दिवाली की रौनक कुछ और ही होगी | वजह है – इस बार 28 साल बाद रामलला के दर पर भी दीपक जगमगाएंगे | रामलला भी इस बार खुलकर दीपावली मनाएंगे | साल 1992 में बाबरी ध्वंस के बाद से रामलला मंदिर में नहीं, अस्थायी टेंट में विराजमान थे | 28 साल के बाद उन्हें भूमिपूजन से पहले अस्थायी मंदिर में विराजमान किया गया है | तब से ये पहली दीपावली होगी, जब उनका घर और दर दीपकों की रोशनी से जमगमाएगा | इसको लेकर अयोध्या प्रशासन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं | रामलला के मंदिर निर्माण की शुरुआत के बाद यह पहला दीपोत्सव है | ऐसे में योगी सरकार इस बार दीपोत्सव बेहद भव्य तरीके से आयोजित कर रही है | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले राम लला की आरती उतारेंगे और उसके बाद ही दीप प्रज्वलन का कार्यक्रम शुरू होगा |
1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब रामलला के प्रांगण में दीपावली पर बड़ी संख्या में दीप को जलाया जाएगा | ऐसे लोगों में उत्साह है, हालांकि कोरोना काल चल रहा है ऐसे में आम जनमानस को दीपोत्सव स्थल से दूर ही रखा जाएगा | समस्त कार्यक्रम के पूर्व ही मुख्यमंत्री रामलला के परिसर में जाएंगे वहां आरती करेंगे और दीप प्रज्वलित कर दीपोत्सव का आगाज करेंगे | 1992 के बाद यह पहला मौका होगा जब रामलला के प्रांगण में बड़ी संख्या में दीप प्रज्वलित किया जाएगा और सूत्रों की माने तो इस बार रामलला के परिसर में दीप जलाकर के दीपोत्सव का शुभारंभ किया जाएगा | हर वर्ष जितने भी पारंपरिक कार्यक्रम होते थे -चाहे वह राम की पैड़ी पर रिकार्ड दीपों का प्रज्वलन हो या फिर नगर भ्रमण पर रामायण के विभिन्न प्रसंगों के निकलने वाली झांकी हो या फिर राम राज्याभिषेक, ये सारे कार्यक्रम पूरे धूम धाम के साथ किए जाएंगे | साथ ही नगर को भी सजाया जाएगा |
अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास होने के बाद पहली बार दीपावली के मौके पर दीपोत्सव आयोजित होगा | ऐसे में प्रशासन पूरे उत्साह पूर्वक इसका आयोजन करना चाह रहा है | लेकिन महामारी का दौर चल रहा है, ऐसे में जो भी मेहमान होंगे उनको पहले से ही आमंत्रण पत्र भेजा जाएगा | बिना आमंत्रण पत्र के लोग दीपोत्सव में शामिल नहीं हो पाएंगे | जिला प्रशासन दीपावली के पहले लोगों से अपील करेगा कि जिन को आमंत्रण नही दिया गया है वह अनावश्यक दीपोत्सव में ना शामिल हो घर पर रह कर टीवी के माध्यम से दीपोत्सव का आंनद ले और स्वस्थ रहें सुरक्षित रूप से घर पर ही बैठ कर के दीपोत्सव का प्रसारण देखें | इस बार भी रिकॉर्ड दीपों को जलाने की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है, जो पूर्व की भांति अवध विश्वविद्यालय के वॉलिंटियर्स के सहयोग से जलाया जाएगा | 2019 में जहां 4.5 करोड़ दीपक जले थे, वहीं इस बार दीपकों की संख्या 5.5 करोड़ से भी ज्यादा होगी | कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूर्णरूपेण पालन करते हुए दीपोत्सव का आयोजन होना है | इसकी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं | राम की पैड़ी के विस्तारीकरण का कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है | इस बात का भी अनुमान लगाया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कितने लोगों को दीपोत्सव स्थल पर बैठाया जा सकता है |