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भारत सरकार कैसे चले क्या अब ये तय करेगे मौलाना अरशद मदनी आइये जानते है मामला क्या है :-

फ्रांस ने कट्टरपंथी मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई क्या की इसको लोग धर्म से जोड़कर देखने लगे।जिन लोगों का देश में लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं पर मुह नही खुलता वो भारत का फ्रांस को दिये गये समर्थन का एतराज कर रहे है और इसको अपनी भावनाओं से जोड़ कर देख रही है। जब से भारत ने आतंकवाद को खत्म करने के मुददे पर फ्रांस के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है ।

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जब से सरकार के सामने भारत के कट्टरपंथी मुसलमान भारत का फ्रांस को दिये समर्थन का को सरासर गलत बता रहे है। क्योंकि इससे भारतीय मुसलमानों की भावना आहत हो गई है। और उन्होने कहा है कि मुसलमान कभी भी अपने पैगम्बर मुहम्मद की शान में गुस्ताखी सहन नहीं कर सकता जमीयत उलेमा ए हिन्द के प्रमुख मौलाना सैयद अरशद मदनी ने कहा कि पिछले दिनों फ्रांस में जो कुछ हुआ और अब भी हो रहा है उसे कुछ लोग अभिव्यक्ति की आजादी साबित कर रहे है।

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अरशद मदनी ने आगे कहा कि जितने भी धार्मिक और महान लोग हैं उन सब का सम्मान किया जाना चाहिए।कहा हमारे नबी ने यह शिक्षा दी है कि किसी भी धर्म और किसी धार्मिक शख्श को बुरा मत कहो।आज पूरा दुनिया के मुस्लिम इसका पूरा पालन कर रहे है।किसी भी धर्म को मानने वाला यह दावा नहीं कर सकता कि किसी मुसलमान ने उसके धर्म के किसी धार्मिक शख्स का अनादर किया हो या उसका मज़ाक उड़ाया हो।

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