अब दुनिया के किसी भी कोने से करें ऑफिस का काम, ये कंपनी बना रही नया प्लान :-
देश की सबसे बड़ी स्टील कंपनी टाटा स्टील ने अपने कर्मचारियों को बड़ी राहत दे सकती है. कंपनी अपने कर्मचारियों के लिए जल्द ही ‘वर्क फ्रॉम एनीवेयर’ पॉलिसी लॉन्च करेगी. इस पॉलिसी के तहत कर्मचारी दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर ऑफिस का काम कर सकते हैं. कंपनी ने बताया कि महामारी थमने के बाद भी ये पॉलिसी जारी रहेगी. बता दें कंपनी शुरुआत में 10 फीसदी कर्मचारियों को यह सुविधा देगी और बाद में रिजल्ट देखने के बाद इस सुविधा को 30 फीसदी कर्मचारियों को दिया जाएगा |
रियल एस्टेट खर्च में कंपनी करेगी बचत
आपको बता दें इस समय कंपनी में करीब 7000 लोग काम करते हैं. इस पॉलिसी से रियल एस्टेट पर होने वाले खर्च में कंपनी बड़ी बचत कर सकेगी. कंपनी के बाकी व्हाइट कॉलर कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सीमित सुविधा मिलेगी |
अंग्रजी अखबरा इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कंपनी की यह पॉलिसी नवंबर से लागू हो रही है. बता दें कि देश भर में टाटा स्टील में लगभग 32,000 स्थायी और 55 हजार अस्थायी कर्मचारी काम करते हैं |
कंपनी की वीपी ने दी जानकारी
टाटा स्टील में एचआर की वाइस प्रेसिडेंट ए एस सान्याल के मुताबिक, पहले के समय में कर्नचारी की फिजिकल मौजूदगी काफी जरूरी थी, लेकिन कोरोना संकट के बाद से यह ट्रेंड चेंज हो गया है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में आईटी सपोर्ट, डिजिटल मार्केटिंग, स्ट्रेटेजी एंड प्लानिंग, प्रोक्योरमेंट, क्वालिटी मैनेजमेंट, सेल्स और एचआर के कर्मचारी वर्क फ्रॉम एनीवेयर प्रोग्राम के तहत आएंगे.
एक साल का रहेगा लर्निंग पीरियड
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह पॉलिसी भरोसे के आधार पर काम करेगी. शुरुआत में करीब एक साल का लर्निंक पीरियड रहेगा. इसके बाद में कंपनी स्ट्रक्चर और काम करने की क्षमता जैसे मसलों पर विचार करेगी और देखा जाएगा कि काम किस तरीके से हो रहा है |
माइक्रोसॉफ्ट में भी लागू हुई ये पॉलिसी
बता दें दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी में विस्तार का ऐलान किया. कंपनी ने कई लोगों के लिए वर्क फ्रॉम होम को स्थायी कर दिया है. कंपनी की ओर से जारी हाइब्रिड वर्क प्लेस गाइडेंस में बताया गया है कि कर्मचारी कैसे फ्लैक्सिबल रिमोट वर्क शेड्यूल तय कर सकते हैं. साथ ही कर्मचारी देश में कहीं भी लोकेशन बदल सकते हैं. कोरोना महामारी के बीच पैदा हुई चुनौतियों से निपटने के लिए पॉलिसी में यह बदलाव किया गया है |