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यूपी: हाथरस कांड की जांच मे CBI ने 50 से ज्यादा से की पूछताछ, 25 नवंबर को HC को सौंपेगी रिपोर्ट

हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म तथा मौत के कारणों की जांच कर रही सीबीआइ की टीम को इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में 25 नवंबर को अपनी स्टेटस रिपोर्ट देनी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ सीबीआइ जांच की निगरानी कर रही है। इससे पहले कोर्ट ने हाथरस के डीएज प्रवीण कुमार लक्षकार के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सरकार से सवाल पूछा था।

सीबीआइ की टीम लगातार हाथरस के साथ ही अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज तथा दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भी पड़ताल में लगी है। सीबीआइ ने बूलगढ़ी गांव में सीन रीक्रिएशन भी किया। लगातार 50 दिन से जांच में लगी एजेंसी ने अपनी एक रिपोर्ट भी तैयार कर ली है। इस दौरान टीम को हाथरस में अब एक माह हो चुका है। टीम ने इस दौरान करीब 50-55 लोगों से पूछताछ की है। टीम एक दर्जन बार गांव गई। वहां पर पीडि़त परिवार के साथ ही आरोपितों के स्वजन से पूछताछ की। सीन रीक्रिएशन के बाद टीम शामिल अधिकारियों ने अब उन लोगों से भी पूछताछ शुरू कर दी है, जिनसे पीडि़तों के फोन पर बात हुई या पीडि़तों ने उन्हेंं फोन कर बात की। इनमें पीडि़त परिवार के तमाम रिश्तेदार भी हैं। माना जा रहा है कि सीबीआई यह तैयारी 25 नवंबर के लिए है।

हाथरस में बूलगढ़ी मामले में हकीकत पता करने को सीबीआई हर एंगल से जांच कर रही है। इस घटना की जमीनी हकीकत पता करने के लिए सीबीआइ ने आरोपियों के परिजनों व घटना स्थल की जमीन के राजस्व रिकॉर्ड को भी देखा है। गांव में ही लेखपाल को बुलाकर सीबीआई ने जानकारी जुटाई। बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद यहां सीबीआई टीम के हाथ कुछ बड़े सबूत हाथ लगे हैं। जिस खेत में घटना हुई उस खेत के मालिक के बारे में भी पूछा गया है। सीबीआई अब पीडि़त परिवार के साथ आरोपितों की जमीन व खेत आदि के बारे में पड़ताल करने में भी लग गई।

गौरतलब है कि हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के बूलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के दौरान बर्बरता से गंभीर रूप से घायल युवती ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। मामले के तूल पकडऩे पर उत्तर प्रदेश सरकार ने इस केस की जांच के लिए एसआइटी गठित करने के साथ ही केंद्र सरकार से केस की सीबीआइ जांच की सिफारिश की थी।

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