पॉलीटेक्निक राजकीय, एडेड में एडमिशन लिया तो स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप :-
राजकीय और एडेड पॉलीटेक्निक संस्थानों में इस साल प्रवेश लेने वाली छात्राओं के लिए खुशखबरी है। उन्हें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) उन्हें स्कॉलरशिप देगी। यह धनराशि 50 हजार रुपये सालाना हो सकती है। इस योजना को लेकर पिछले साल तैयारी शुरू हुई थी। लेकिन इस बार अमलीजामा पहनाने की तैयारी हो चुकी है। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके वैश्य ने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के सातवें चरण की काउंसि¨लग चल रही है। अभी तक करीब छह जार छात्राएं राजकीय व एडेड संस्थानों में प्रवेश ले चुकी हैं। राजकीय महिला पॉलीटेक्निक संस्थानों में करीब 2,942 सीटें छात्राओं के लिए खाली हैं। इनमें से 1800 सीटें इंजीनिय¨रग की हैं। ऐसी छात्राएं जिन्होंने अब तक प्रवेश न लिया हो, वे पंजीकरण करा सकती हैं। उसके बाद 13 से 15 नवंबर तक विकल्प भरने के बाद 16 नवंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे। 18 नवंबर तक डॉक्यूमेंट का सत्यापन कराते हुए प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों की छात्राओं को एआइसीटीई स्कॉलरशिप देने की तैयारी कर चुकी है। जल्द ही विस्तृत निर्देश जारी होंगे।
पॉलीटेक्निक संस्थानों में सीटें भरना मुश्किल हो गया है। छह चरण की काउंसि¨लग बीतने के बाद भी बरेली सहित प्रदेश भर में एक लाख 52 हजार से ज्यादा सीटें अब तक खाली हैं। यह स्थिति तब है जबकि संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने सीधे दाखिले का रास्ता खोल दिया है। लेकिन छात्रों का रुझान नहीं हो रहा। सबसे खराब स्थिति प्राइवेट संस्थानों की है। कुल खाली सीटों में से एक लाख 40 हजार तो सिर्फ इन संस्थानों की हैं। परिषद की ओर से जारी रिपोर्ट में यह आंकड़े सामने आए हैं। अभी तीन चरण की काउंसि¨लग का मौका है, ताकि ज्यादा से ज्यादा सीटें भर सकें।
छह चरणों में हुए अब तक प्रवेश की स्थिति
राजकीय संस्थान (महिला, पुरुष) : 32,720 में 5,435 खाली
महिला संस्थान : 5398 में 2,942 सीटें खाली
सहायता प्राप्त संस्थान : (महिला, पुरुष) : 9156 में 2520 सीटें खाली
महिला संस्थान : 739 में 610 सीटें खाली
निजी संस्थान : (महिला, पुरुष) : 1,90,656 में 1,40,626 सीटें खाली
महिला संस्थान : 180 में 136 सीटें खाली
कुल सीटें : 2,38,849 में 1,52,269 खाली |