यूपी में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पांच लाख के पार पंहुचा, 4.71 लाख मरीज हुए स्वस्थ
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पांच लाख के पार पहुंच गया है। बीते 24 घंटे में 2,155 नए रोगियों के साथ अब तक कोरोना से संक्रमित हुए मरीजों की संख्या 5.01 लाख हो गई। वहीं, अब तक 4.71 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में 30 और मरीजों की मौत के साथ अब तक कुल 7,261 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है। अब एक्टिव केस घटकर 22,846 रह गए हैं।
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 1.49 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया और अभी तक कुल 1.63 करोड़ लोगों की जांच की जा चुकी है। लखनऊ में पहली बार 200 से कम मरीज मिले हैं। यहां मंगलवार को 171 मरीज मिले। वहीं दिल्ली से सटे गाजियाबाद में 108, नोएडा में 109 और मेरठ में 197 रोगी मिले हैं। दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के केस के बीच पश्चिम उत्तर प्रदेश पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर है। ई संजीवनी पोर्टल का प्रयोग अभी तक प्रदेश में 1.99 लाख लोग कर चुके हैं। इस पोर्टल की मदद से डाक्टरों से अब तक सर्वाधिक ई परामर्श महिलाओं ने लिया है। अब तक परामर्श ले चुके कुल लोगों में से 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं हैं।
महीने भर में 43 फीसद घटे एक्टिव केस : यूपी में कोरोना वायरस के मरीज एक महीने में करीब 43 फीसद कम हुए हैं। फिलहाल मरीजों की संख्या में कमी आने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ रही ठंड और प्रदूषण के चलते दीपावली पर लोगों को विशेष सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं। मास्क अनिवार्य रूप से पहनने और दो गज की शारीरिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है।
महीने भर में 17 हजार से ज्यादा रोगी ठीक : उत्तर प्रदेश में महीने भर पहले कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 4.33 लाख थी और इसमें से 3.87 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके थे। उस समय एक्टिव केस 40,210 थे। अब कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा पांच लाख पहुंच गया है और इनमें से 4.71 लाख मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब एक्टिव केस घटकर 23 हजार से भी कम हो गए हैं। ऐसे में महीने भर में लगभग 17 हजार से ज्यादा रोगी घटे हैं।
दिल्ली से सटे पश्चिमी यूपी के जिलों में भी हालात ठीक : फिलहाल दिल्ली और हरियाणा में कोरोना के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। वहीं एनसीआर के यूपी के हिस्से और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में अभी भी कोरोना का पॉजिटिविटी रेट पांच प्रतिशत से कम है। नीति आयोग ने एनसीआर में दिल्ली व हरियाणा के हिस्से में 15 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट के मुकाबले यूपी में काफी कम पॉजिटिविटी रेट होने पर उसकी पीठ थपथपाई है।