मौलाना अबुल कलाम आजाद और जेबी कृपलानी की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया याद
आज देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद और स्वतंत्र भारत में कांग्रेस के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेबी कृपलानी की जयंती है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रा कार्यकर्ताओं को नमन किया है और देश के लिए उनके योगदान को याद किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट कर दोनों के प्रति अपना विचार दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट में लिखा मौलाना आजाद और आचार्य कृपलानी को एक आदर्श के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने देश की प्रगति में उत्कृष्ट योगदान दिया. उन्होंने गरीबों और युवाओं के जीवन को सशक्त बनाने की दिशा में खुद को समर्पित किया. मैं उनकी जयंती पर उन्हें नमन करता हूं. उनके आदर्श हमें प्रेरित करते रहते हैं.
स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन एवं राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। pic.twitter.com/gsMXdkDwtR
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) November 11, 2020
मौलाना आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को हुआ था. भारत को आजादी दिलाने में उनका अहम योगदान माना जाता है. उनके जन्म दिवस को हम ‘राष्ट्रीय शिक्षा दिवस’ के तौर पर सेलिब्रेट करते हैं. देश के केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इस मौके पर मौलाना आजाद को यादकर नमन किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री, भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन एवं राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
Maulana Azad and Acharya Kripalani are remembered as exemplary stalwarts who made outstanding contributions to national progress. They devoted themselves towards empowering the lives of the poor and youth. I bow to them on their Jayanti. Their ideals continue to motivate us.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2020
इसके अलावा रमेश पोखरियाल निशंक ने शिक्षा नीति को काम कर रही सरकार की नीतियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया. उन्होंने लिखा हमें गर्व है कि शिक्षित राष्ट्र को लेकर हमारे महापुरुषों ने जो स्वप्न देखे थे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम उस स्वप्न को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.