झाबुआ: आदिवासियों को डाकू के डायलॉग से डरा रहा था थानेदार :-
झाबुआ की आदिवासी बहुल जनता में दहशत फैलाने के लिए शोले फिल्म के विलेन “डाकू गब्बर सिंह” का डायलॉग बोल रहे थानेदार KL DANGI के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है। दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह आम जनता को डरा रहे हैं। लोगों में अपनी दहशत स्थापित करने के लिए उन्होंने शोले फिल्म का वह डायलॉग पुलिस जीप के माइक से बोला जिसके माध्यम से डाकू गब्बर सिंह ग्रामीणों में दहशत फैलाता है।
पुलिस अफसर रौब झाड़ने के लिए कई प्रयोग करते हैं। ताकि अपराधियों में उनका खौफ कायम रहे। एमपी के झाबुआ जिले में अपने बारे में बताने के लिए एक पुलिस अफसर ने गब्बर का डॉयलाग मारा है। थाना प्रभारी ने कहा कि 50-50 KM तक जब बच्चा रोता है तो मां कहती है कि डांगी आ जाएगा। थाना प्रभारी का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। वायरल वीडियो के बाद थाना प्रभारी की मुश्किलें बढ़ गई है।
यह मामला झाबुआ जिले के कल्याणपुरा पुलिस स्टेशन का है। इस पुलिस स्टेशन के इंचार्ज केएल डांगी हैं। केएल डांगी अपनी गाड़ी बीच सड़क पर रोक कर कह रहे हैं कि “कल्याणपुरा से 50-50 KM तक जब बच्चा रोता है तो मां बोलती है कि बेटा चुप हो जा नहीं तो डांगी आ जाएगा।” इस दौरान कुछ पुलिस के जवान सड़क पर खड़े हैं। वायरल हुआ वीडियो टीआई डांगी के सामने खड़े होकर बनाया गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद डांगी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। झाबुआ के एएसपी आनंद सिंह ने कहा है कि वीडियो सामने आने के बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। हालांकि अभी तक थाना प्रभारी डांगी ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है। टीआई डांगी का बचाव कर रहे कुछ पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि झाबुआ एक आदिवासी और सीमावर्ती जिला है। यहां अपराध होते रहते हैं। अपराधियों में खौफ के लिए थानेदार डांगी ने इस तरह के डायलॉग का उपयोग किया परंतु “बच्चा-बच्चा रोता है” यह डायलॉग अपराधियों के लिए नहीं बल्कि आम आदमियों के लिए स्पष्ट प्रतीत होता है।