मात्र 25 दिनों में अफगानी फ़ौज ने मार डाले इतने तालिबानी आतंकी कि अगर ये कार्यवाही किसी कथित सेक्युलर देश में होती तो मच जाता वामपंथ और मानवाधिकार का कोहराम :-
शायद ये आंकड़ा अगर किसी तथाकथित सेक्युलर और वामपंथी प्रभाव वाले देश का होता तो अब तक वामपंथी मानवाधिकार का ऐसा शोर मचा दिया गया होता कि उसको संभालना मुश्किल होता और तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के तमाम पैरोकार मारे गये आतंकियों के बेटे की मार्कशीट और माँ के आंसू का विडियो ले कर सरकार गिराने की तैयारी कर चुके होते |
लेकिन वो भले ही एक इस्लामिक मुल्क है पर उसने इस प्रकार के आतंक प्रेमी वामपंथियो को अपने देश से दूर रखा और मानवाधिकार को भी किसी भी प्रकार की टांग अपने देश की सफाई में नही अडाने दिया ये बात हो रही है अफगानिस्तान की को तालिबान के कब्जे से मुक्त हो कर ISIS और तालिबान दोनों से संघर्ष कर रहा है |
तालिबान के साथ शांति वार्ता के बीच अफगानिस्तान ने पिछले 25 दिनों के दौरान जारी संघर्ष में मारे गए कम से कम 1,100 तालिबानी विद्रोहियों की सूची जारी की। आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, विशेष रूप से दक्षिणी हेलमंद और कंधार प्रांतों में तालिबन के हमले के जवाब में अफगान बलों द्वारा बड़ी संख्या में तालिबान कमांडरों और विदेशी आतंकवादी मारे गए हैं।
मंत्रालय के प्रवक्ता तारिक एरियन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियानों में मारे गए विद्रोहियों में से कम से कम 152 पाकिस्तान के थे। उन्होंने कहा, “पिछले 25 दिनों में अफगान सेना के अभियानों में हेलमंद और कंधार में सत्तर तालिबान कमांडर मारे गए हैं।” उन्होंने कहा कि प्रत्येक आतंकवादी कमांडर ने दर्जनों मजबूत समूहों का नेतृत्व किया।