सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित आवास पर की बैठक छठ को लेकर जारी कियाे निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में छठ पर्व पारंपरिक तरीके से ही मनाया जाएगा. साथ ही सीएम योगी ने कोरोना को लेकर सावधानी बरतने के भी निर्देश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि छठ पर्व लोक आस्था के साथ ही प्रकृति के प्रति हमारी भावनाओं को उजागर करता है. पूरी सात्विकता और आत्मिक शुद्धि के साथ मनाया जाने वाला यह पर्व सामाजिक समरसता का त्योहार भी है.
सीएम योगी ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर हुई बैठक में छठ पर्व के आयोजन के संबंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि वर्तमान कोविड काल में पर्वों व त्योहारों के दौरान व्यापक सावधानी बरतना आवश्यक है.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर आहूत एक बैठक में छठ पर्व के आयोजन के संबंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और कहा कि वर्तमान कोविड काल में पर्वों व त्योहारों के दौरान व्यापक सावधानी बरतना आवश्यक है।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) November 17, 2020
सीएम योगी ने कहा कि छठ पर्व सामूहिक रूप से संपन्न किया जाता है. इसके दृष्टिगत जनपद स्तर पर समीक्षा करते हुए संक्रमण के नियंत्रण के प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएं तथा छठ पूजा के पश्चात पूजा स्थल की स्वच्छता बनाए रखने पर भी पूरा ध्यान दिया जाए. सीएम ने छठ पर्व के दृष्टिगत घाटों की साफ-सफाई सहित सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री निर्देशों के बाद गृह विभाग की तरफ से सभी जिलों के डीएम, एसएसपी, एसपी को विस्तृत निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसमें कहा गया है कि इस वर्ष छठ पूजा का पर्व 19/20 नवंबर को पारंपरिक रूप से मनाया जाएगा. कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने क लिए कुछ निर्देशों का पालन किया जाए.
प्रमुख निर्देश
महिलाओं को प्रेरित किया जाए कि वे यथा संभव घर ही पर्व मनाएं या घर के पास ही मनाएं.
नदी, तालाब के किनारे पारंपरिक स्थान पर पहले की तरह नगर निगम, जिला प्रशसन द्वारा अर्घ्य देने की व्यवस्था करे.
साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए.
नदी, तालाबों के किनारे प्रकाश व्यवस्था और पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जाए.
घाटों पर महिलाओं के लिए चेंजरूम की व्यवस्था हो.
चिकित्सकों के साथ एंबुलेंस पूजा स्थल पर तैनात हो.
घाटों में पानी के बहाव की व्यवस्था की जाए ताकि लोग गहरे पानी में न जाएं. बैरिकेडिंग लगाएं.
सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था करें.