पश्चिम बंगाल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व राज्यपाल जगदीप धनखड़ की तकरार हुई तेज
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तकरार तेज होती जा रही है. राजनीतिक हिंसा और कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल ने फिर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है, तो ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि राज्य में बाहरी लोग शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं.
पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ पहले भी सख्त प्रतिक्रिया दे चुके हैं. कल राज्यपाल मुर्शिदाबाद के दौरे पर थे. यहां उन्होंने नवग्राम में किरीतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना की. नवग्राम में किरीतेश्वरी मंदिर और हजरुदरी का दौरा करने के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बेहरामपुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से मुलाकात की.
इस दौरान राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई और कहा कि संविधान की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है. राज्यपाल ने कुछ सरकारी अधिकारियों के राजनीतिक से प्रेरित होने का भी मुद्दा उठाया और इसको लेकर कड़ी चेतावनी दी.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि 5 सितंबर को उन्होने डीजीपी को पत्र लिख कर आगाह किया था कि राज्य में हालात बहुत खराब है. जवाब में दो लाइनें आई कि राज्य में अमन और चैन है. राज्यपाल के इस बयान के बाद ममता बनर्जी ने भी एक कार्यक्रम में बिना नाम लिए तीखा हमला बोला.
सीएम ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में बाहरी लोग और बदमाश भेजे जा रहे हैं।. ममता बनर्जी ने कहा कि ये सब शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश है लेकिन बंगाल डरपोक राज्य नहीं है इस बीच ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की गई है.
बीजेपी ने ममता बनर्जी की इस चिट्ठी को हॉलीडे पॉलिटिक्स बताया है. पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी ने चिट्ठी लिखने में इतनी देर क्यों कर दी, वह क्या कर रही थीं? इस तरह की हॉलीडे पॉलिटिक्स को बंद करना चाहिए. कुल मिलाकर पश्चिम बंगाल में सियासी लड़ाई में एक तरफ राज्यपाल बनाम राज्य सरकार है तो दूसरी तरफ बीजेपी भी लगातार ममता बनर्जी के खिलाफ घेराबंदी में जुटी है.