राजधानी लखनऊ के आशियाना में 14 जोड़ों ने एक साथ लिए सात फेरे
फूलों से सजा मंडप, वैदिक मंत्रोच्चारण से गुंजायमान वातावरण और फेरे का इंतजार करते वर और वधू पक्ष के लोग। कुछ ऐसे ही माहौल में राजधानी स्थित आशियाना के सेक्टर-एम में 14 जोड़ों ने सात फेरे लेकर सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाईं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ.अमरनाथ यती ने आयोजन में सामाजिक भागीदारी की सराहना की है। उनका कहना है कि रुद्राक्ष वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष रोहित श्रीवास्तव का यह प्रयास समाज के लोगों के अंदर एक नई जागृति पैदा करेगा। उनके द्वारा गर्भवती को पौष्टिक आहार देने के साथ ही सपेरों को राशन का वितरण कर उनके जीवन की गाड़ी को आगे बढ़ाने का सराहनीय कार्य किया गया।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को शादी अनुदान का भुगतान समाज कल्याण विभाग करता है। शादी होने के तीन महीने पहले या तीन महीने बाद तक समाज कल्याण विभाग को ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। खास बात यह है कि अनुदान लड़की के बैंक खाते में भेज दिया जाता है। खुद शादी करने पर 20 हजार और सामूहिक शादी होने पर 51 हजार रुपये का अनुदान मिलता है।
इसमे 35 हजार रुपये लड़की के बैंक खाते में भेजा जाता है और 10 हजार रुपये का शादी का सामान और छह हजार शादी में खर्च के लिए मिलते हैं। लॉकडाउन के पहले आवेदन करने वाले सभी 1790 लाभार्थिंयों के खाते में पैसा भेजा जा चुका है।
99 गरीब कन्याओं को अनुदान दिया गया। वहीं आचार्य शक्तिधर त्रिपाठी ने बताया कि एक जुलाई से देवशयनी एकादशी से चातुर्मास चल रहा था जिसका समापन 25 नवंबर को होगा। इसके बाद से शादियां शुरू हो जाएंगी। 26, 29 व 30 नवंबर के साथ ही एक, दो, छह, सात, आठ, नौ 10 व 11 दिसंबर को शादियों का शुभ मुहूर्त है।