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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर की बात

देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. अकेले दिल्ली में पिछले 6 दिन के अंदर 628 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से कोरोना को रोकने के सारे इंतजाम किए जा रहे हैं. इनकी सबकी जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग का यह 11वां महीना चल रहा है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकारों और लोगों को जागरुक किया गया है. कोरोना के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. स्थिति भयंकर से भयंकर होने के बाद भी कंट्रोल में है. देश में 90 लाख कंफर्म केस में करीब 85 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं. सबसे ज्यादा रिकवरी रेट भारत का है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कुछ शहरों में कोरोना के हालात चिंताजनक हैं. पिछले समय में कोरोना के केस बढ़े हैं. हमने लोगों को आगाह किया था. बेसिक प्रोटोकॉल को फॉलो करने का निर्देश दिया गया है. पहला केस 30 जनवरी को आया था. इसके बाद हमने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की. हमारी टीम हर जगह जा रही है.

दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के खतरे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि यहां की हालत को कंट्रोल में लाने के लिए केंद्र ने दो बार दखल दिया था. राज्य सरकार को बकायदा सभी तरह की जानकारी दी गई. इसका नतीजा रहा है कि कोरोना का खतरा कम हुआ. अब दोबारा से हमने दखल दिया है. कोरोना टेस्ट बढ़ाने पर जोर है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली में सरकार के साथ लोगों की भी जिम्मेदारी है कि वह कोरोना को कंट्रोल करें. कुछ पढ़े-लिखे लोगों की लापरवाही के कारण दिल्लीवासियों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. RT-PCR की क्षमता को बढ़ाया गया है. मोबाइल टेस्टिंग वैन की शुरुआत की जा रही है. हम जो कुछ भी कर सकते थे, वो कर रहे हैं.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि टेस्ट और ट्रेसिंग से कोरोना को रोका जा सकता है. तुरंत ही ट्रेसिंग की जरूरत है. सुपर स्प्रेडर वाली जगहों पर टेस्ट किया जाना चाहिए. दिल्ली में पॉल्युशन भी सबसे बड़ी समस्या है. मैंने पहले ही लोगों को आगाह कर दिया था. कई राज्यों में समस्या कम हो गई है. हम सभी सरकारों के संपर्क में हैं.

स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि सबसे पहले हेल्थ वर्कर को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. इसके बाद फ्रंट लाइन वर्कर, पुलिस और पैलामिलिट्री फोर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके बाद 65 साल से ऊपर के उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगी. फिर 50 साल से अधिक के ग्रुप को और फिर कोमर्बिडिटी के मरीजों को.

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