मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलो को देखते हुए किया गया ये प्रावधान मास्क ना लगाने पर होगी 10 घंटे की जेल
मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर अब सरकार सख्ती पर उतर आई है. उज्जैन में मास्क ना पहनने वालों को जेल भेजा जा रहा है. ऐसी कार्रवाई करने वाला उज्जैन, मध्यप्रदेश का पहला शहर बन गया है. उज्जैन में प्रशासन ने हर चौराहे पर चेक प्वाइंट लगाए हैं, जहां मास्क ना पहनने वालों को रोका जा रहा है.
मास्क न पहनने वालों को हिरासत में लेकर फिर उन्हें यहां से ट्रक में डाल कर अस्थाई जेल भेजा जा रहा है. अस्थाई जेल में उन्हें 10 घंटे तक रखा जाता है. जेल के मुख्य गेट पर ही इन लोगों की पहले कोरोना जांच होती है और फिर इन्हें जेल के अंदर भेजा जाता है. जेल में 10 घंटे बिताने के बाद इन्हें रिहा किया जाता है.
रिहाई से पहले लोगों को कोरोना गाइडलाइंस के पालन की शपथ दिलाई जाती है. ‘आजतक’ से बात करते हुए उज्जैन के एडिशनल एसपी अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि शहर में पिछले 3 दिनों के दौरान चार हजार से ज्यादा लोगों को मास्क ना पहनने पर जेल भेजा जा चुका है. वहीं मास्क ना पहनने वाले कई तरह के बहाने बनाते नज़र आए.
शिवराज सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि प्रदेश में अब लॉकडाउन नहीं लगेगा. ऐसे में अब मुख्यमंत्री एक तरफ जहां लोगों से कोरोना गाइडलाइंस के पालन की अपील कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कोविड नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ प्रशासन को सख्ती करने के लिए फ्री हैंड भी दे दिया गया है.
मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 1797 नए मामले सामने आए. नवंबर के महीने में ये एक ही दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले हैं. इसके साथ ही मध्यप्रदेश में कोरोना के कुल मामले बढ़कर 1,93,044 हो गए हैं. वहीं राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 13 और लोगों की मौत हुई है. मध्यप्रदेश में मृतकों की संख्या बढ़कर 3,162 हो गई है.