भ्रष्ट अफसर को सीएम योगी ने दी सजा एसडीएम से डिमोट कर तहसीलदार बनाया, अभी कई और पर गिरेगी गाज :-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चारागाह की जमीन निजी बिल्डर को सौंपने वाले एसडीएम के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया है। मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार के आरोपी और मेरठ जिले की सरधना तहसील में उपजिलाधिकारी (एसडीएम) रहे भूपेंद्र सिंह को उपजिलाधिकारी के पद से डिमोट कर तहसीलदार बनाने का आदेश दिया है।
भूपेन्द्र इन दिनों मुजफ्फरनगर जिले में तैनात हैं। जानकारी के मुताबिक, साल 2013 में मेरठ की सरधना तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव शिवाया, जमाउल्लापुर के राजस्व अभिलेखों में चारागाह के तौर पर दर्ज 1.583 हेक्टेयर भूमि को निजी बिल्डर को आवंटित कर दी गई थी। इसकी शिकायत के बाद जांच हुई।
आरोपियों से मिलीभगत कर सौंप दी जमीन
साल 2016 में यहां एसडीएम के तौर पर भूपेंद्र सिंह की तैनाती थी। भूपेंद्र ने आरोपियों से मिलीभगत कर और रेवेन्यू कोर्ट मैनुअल के खिलाफ जाकर अगस्त 2016 में कब्जे का आदेश दे दिया। सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए भूपेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से डिमोट करने का आदेश दिया है। मामले में दोषी एक अन्य तत्कालीन एसडीएम, एक अपर आयुक्त, एक तहसीलदार (अब सेवानिवृत्त) एक राजस्व निरीक्षक और एक लेखपाल के खिलाफ भी कार्रवाई चल रही है।