महागठबंधन से लेकर एनआरसी तक पर पीएम मोदी ने दिया बड़ा बयान
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्ष के महागठबंधन को प्रधानमंत्री मौकापरस्ती, दिखावटी गठजोड़ बताया और कहा कि इसका टूटना तय है। बस देखना यह है कि यह महागठबंधन चुनाव से पहले टूटता है या बाद में। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 2019 हमारा है और मैं यह कह देना चाहता हूं कि हम रिकॉर्ड सीटों से जीतेंगे।
उन्होंने असम में एनआरसी पर पहली बार यह साफ किया कि किसी भी भारतीय नागरिक को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा। जिन व्यक्तियों का नाम इस लिस्ट में नहीं है उन्हें अपनी नागरिकता साबित करने का मौका दिया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत के किसी भी नागरिक को देश नहीं छोड़ना पड़ेगा। लोगों को प्रक्रिया के तहत सभी संभावित अवसर दिए जाएंगे।’
रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष की आलोचनाओं पर बेबाकी से बात करते हुए पीएम ने दावा किया कि, ‘पिछले एक साल में ही एक करोड़ से ज्यादा रोजगार दिए गए, इसलिए ऐसा प्रचार करना कि रोजगार पैदा नहीं हो रहे, निश्चित रूप से बंद होना चाहिए।’
साथ ही महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और भीड़ हिंसा की घटनाओं को उन्होंने ‘दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह एक जघन्य अपराधा है और यह एक ऐसा मामला है जिसपर सभी राजनीतिक पार्टियों को राजनीति से ऊपर उठकर समाज में शांति और एकता सुनिश्चित करनी चाहिए।’
राहुल गांधी और ममता बनर्जी को जनता जबाव देगी
पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी सलाह दी और कहा कि उनका फैसला जनता के दरबार में होगा। पीएम मोदी ने राहुल गांधी के जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहे जाने पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने गुजरात चुनावों के दौरान जीएसटी पर लोगों को भड़काने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन जनता ने उन्हें खारिज कर दिया।
साथ ही अविश्वास प्रस्ताव के दौरान राहुल गांधी के आकर गले लगने की सभी ने अलग-अलग तरह से व्याख्या की, लेकिन खुद प्रधानमंत्री का क्या आकलन रहा, ये सवाल पूछे जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ये आपको तय करना है कि यह बचकाना हरकत थी या कुछ और। यदि आप निर्णय नहीं कर सकते तो उनका आंख मारना देखिए और आपको जवाब मिल जाएगा।
पीएम ने ममता बनर्जी के उस बयान पर भी हमला बोला, जिसमें उन्होंने देश में गृह युद्ध की बात कही थी। उन्होंने कहा दिन दूर नहीं बस जनता 2019 में ही गृहयुद्ध का फैसला कर देगी।
पाकिस्तान में हुए सत्ता परिवर्तन को लेकर और इमरान खान के नेतृत्व में बनने वाली सरकार तथा पड़ोसी से अपने रिश्तों को लेकर भी पीएम ने सकारात्मक बात कही। उन्होंने उम्मीद जताई कि इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान शांति, सुरक्षा और स्थाई सौहार्द की दिशा में आगे बढ़ेगा व हिंसा तथा आतंकवाद से मुक्त हो पाएगा।