कृषि संशोधन कानून का विरोध दिल्ली तक हुए सभी बोर्डेर सील किये गए सुरक्षा के कई इंतेजाम
दिल्ली पुलिस के मुताबिक किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है। नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट के लिए 12 कंपनी फ़ोर्स बाहर से बुलाई गई है जिनमें सीआरपीएफ और आरएएफ के जवान हैं.
करीब 1200 दिल्ली पुलिसकर्मी भी नई दिल्ली डिस्ंस्ट्रिक्ट मे तैनात किये गए हैं जिनमें दूसरी डिस्ट्रिक्ट के पुलिसकर्मी भी हैं .कुल मिलाकर नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट और आसपास करीब 2500 पुलिसकर्मि तैनात हैं जिनमे पैरमिलिट्री फ़ोर्स भी शामिल है. इतना ही नही सभी बॉर्डर को भी सील किया गया है. प्रोपर चेकिंग के बाद ही गाड़ियों को दिल्ली में अंदर आने दिया जा रहा है.
पुलिस ने पंजाब-हरियाणा के किसानों से दिल्ली न आने के लिए कहा है. दिल्ली पुलिस के 1200 जवान तैनात किए गए हैं और कृषि संधोधन कानून का विरोध कर रहे किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से रोकने के लिए व्यवस्था की गई है.
किसानों के 26 नवंबर के दिल्ली घेराव को देखते हुए जींद पुलिस ने पंजाब हरियाणा बॉर्डर को दाता सिंह वाला बार्डर पर सील कर दिया है. बेरीकेटिंग करके बार्डर को पूरी तरह से सील कर दिया है. और ले में लगाई धारा 144 लगा दी है. इसके अलावा दर्जनों स्थानों के नाके बंद कर दिए हैं. हालंकि किसानों का कहना है कि जहा सरकार ज्यादती करेगी वहीं धरना देकर बैठ जाएंगे. काले कानूनों के खिलाफ चाहे कुछ करना पड़े किसान पीछे नही हटेंगे.
हरियाणा सीमा पर पंजाब के किसानों का भारी जमावड़ा है, हरियाणा पंजाब बॉर्डर पर आस पास के गांवों से लोग आंदोलनकारियों के लिए दूध और अन्य जरूरी सामान लेकर पहुंच रहे हैं. आस पास के गांव के लोग किसानों की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं.
पुलिस ने में रतिया-सरदूलगढ़ रुट पर गांव नागपुर के पास नाका लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है, जबकि टोहाना में भी नाके पर पुलिस तैनात है. सभी क्षेत्रों में 15 ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं और उनके साथ डीएसपी व थाना प्रभारियों को तैनात किया गया है.
रतिया क्षेत्र से देहाती मजदूर सभा के राज्य महासचिव तेजिंदर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिससे किसानों की नाराजगी बढ़ गई है. शहर चौकी इंचार्ज कुलदीप ने पुष्टि करते हुए बताया कि शांति भंग होने की आशंका के चलते गिरफ्तार किया गया है.