देश में पहली बार:महाराष्ट्र में सेक्स वर्कर्स का बनेगा राशन कार्ड, हर महीने मिलेगा 5 हजार रुपए और 5 किलो राशन :-
लॉकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी झेलने वाली सेक्स वर्कर्स को राहत देने के लिए महाराष्ट्र सरकार उनके राशन कार्ड बनवाने का निर्णय लिया है। इसके तहत 5,600 यौनकर्मियों को वित्तीय सहायता और 5 किलोग्राम राशन देने का फैसला किया गया है। देश का पहला ऐसा राज्य जहां यौनकर्मियों का राशन कार्ड
महाराष्ट्र ऐसा पहला राज्य बन गया जहां यौन कर्मियों के लिए यह सुविधा होगी। एक एनजीओ के सर्वे में यह बात सामने आई है कि यौनकर्मियों के एक बड़े हिस्से के पास राशन कार्ड, आधार कार्ड या बैंक खाता नहीं है। जिसके बाद बताया गया कि प्रत्येक यौनकर्मी को तीन किलोग्राम गेहूं और दो किलो चावल के साथ हर महीने 5,000 रुपये मिलेंगे। स्कूल जाने वाले यौनकर्मियों के बच्चों को उनकी ऑनलाइन शिक्षा का समर्थन करने के लिए प्रति माह 2,500 रुपये मिलेंगे।
एक एनजीओ ने किया था सुप्रीम कोर्ट का रुख
मुंबई के दरबार महिला समन्वय समिति के मुताबिक, लॉकडाउन की वजह से मुंबई में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों के जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। कई दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं। जिसके बाद समिति ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। एक याचिका में कहा गया कि समुदाय के लोगों को भोजन और रहने की कमी के साथ-साथ वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। 5,600 यौनकर्मियों और उनके 1,592 बच्चों की सूची तैयार
29 सितंबर को, SC ने सभी राज्यों को पहचान के प्रमाण पर जोर दिए बिना यौनकर्मियों को ड्राइ राशन देने का निर्देश दिया था। अदालत ने राज्यों से कहा कि वे न केवल उन यौनकर्मियों को राशन प्रदान करें, जिन्होंने इसके लिए अप्रोच किया था बल्कि अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं। राज्य के महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग ने अब तक मुंबई जिला एड्स नियंत्रण सोसाइटी (एमडीएसीएस) की मदद से मुंबई में 5,600 यौनकर्मियों और उनके 1,592 बच्चों की सूची तैयार की है।