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केंद्र की गाइडलाइन; राज्य लगा सकेंगे नाइट कर्फ्यू , लॉकडाउन के लिए अनुमति लेनी होगी :-

कोरोना का बढ़ता संक्रमण देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बार फिर नई गाइडलाइन जारी की है। सरकार ने कहा है कि राज्यों को सख्ती बरतनी होगी। वे अपने यहां हालातों के हिसाब से पाबंदी बढ़ा सकते हैं। कंटेनमेंट जोन में नाइट कर्फ्यू की छूट दी गई है। कंटेनमेंट जोन के बाहर लोकल लेवल पर लॉकडाउन लगाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए केंद्र की मंजूरी लेना जरूरी होगा। केंद्र की यह गाइडलाइन 1 दिसंबर से लागू होगी। ऑफिस में कम कर सकते हैं स्टाफ केंद्र ने कहा है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के ऑफिसों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना है। जिन शहरों में हμते में कुल टेस्टिंग से 10% पॉजिटिव केस आ रहे हैं, वहां ऑफि टाइमिंग में बदलाव और दूसरे जरूरी कदम उठाएं। सोशल डिस्टेंस के लिहाज से ऑफि में एक समय में ज्यादा स्टाफ न हो।

केंद्र ने जारी की कोरोना से निपटने के दिशानिर्देश - लॉकडाउन के लिए केंद्र  की मंजूरी अनिवार्य, नाईट कर्फ्यू लगा सकेंगे राज्य, MHA releases guidelines  for ...

दफ्तरों में संख्या घटाने, वर्क फ्रॉम होम बढ़ाने की एडवाइज

राज्यों को कंटेनमेंट जोन में नियमों का सख्ती से पालन कराना होगा। कोरोना के बढ़ते केसों और स्थानों का निगरानी सिस्टम बढ़ाना होगा।

जिला प्रशासन को केंद्र सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन कराना होगा।

राज्यों को छूट दी गई है कि वे अपने यहां के हालात को देखते हुए खुद से पाबंदियां लगा सकते हैं।

सभी जिलों में बनने वाले कंटेनमेंट जोन की लिस्ट अपनी वेबसाइट पर अपलोड करनी होगी। इसे हेल्थ मिनिस्ट्री से भी शेयर करना होगा।

कंटेनमेंट जोन में सख्ती बरतते हुए लोगों की आवाजाही पर रोक लगानी होगी। सिर्फ जरूरी चीजों और मेडिकल जरूरतों के लिए छूट मिलेगी।

सर्विलांस टीम घर-घर जाकर कोरोना के लक्षण वालों की पहचान करेगी। प्रोटोकाल के हिसाब से टेंिस्टग कराई जाए।

संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों की लिस्ट बने। उनकी पहचान कर ट्रैक किया जाए और क्वारेंटीन किया जाए।

संक्रमित व्यक्ति का तुरंत इलाज शुरू किया जाए। उसे होम आइसोलेशन में रखा जाए। जरूरत होने पर अस्पताल मे भर्ती किया जाए।

भारत बायोटेक के कोवैक्सिन की फेज थ्री ट्रायल्स शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार यह तय करेगी कि जब भी कोविड-19 का वैक्सीन उपलब्ध हो, हर भारतीय तक उसे पहुंचाया जाए। कहा जा रहा है कि करीब 60 करोड़ डोज फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों को ही लग जाएंगी। इधर, देश में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का तीसरा ट्रायल शुरू हो चुका है। इसके ट्रायल के इस चरण 28,500 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

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