चालीस हजार के पेमेंट के चक्कर में पकड़ा गया खुद को गृह मंत्री अमित शाह का भांजा बता कर शॉपिंग करने वाला :-
आगरा के विधायक को केंद्रीय गृह मंत्री का भांजा बनकर ठगी की कोशिश करने वाला उस समय फंस गया जब उसने शॉपिंग के 40 हजार के बिल के लिए विधायक के बेटे की तरफ इस उम्मीद से देखा कि वो पेमेंट कर दे। बेटे ने विधायक को मामला बताया और गूगल सर्च किया तो सच्चाई का पता चला। इसके बाद कथित भांजे को थाना नाई की मंडी पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
जानिए क्या था मामला :
विधायक जी नमस्कार। अमित शाह का भांजा विराज शाह बोल रहा हूं। आगरा में कुछ होटल बिक रहे हैं। उन्हें देखने आगरा आना चाहता हूं। अपना कोई बंदा साथ लगा देना जो आगरा घुमा दे। उन्होंने उससे कहा कि स्वागत है। आगरा आ जाएं। सुबह उसी युवक ने उन्हें दोबारा फोन किया। कहा कि वह आगरा आ गया है। उन्होंने कहा कि वह एक शादी समारोह में दिल्ली आए हुए हैं। शाम तक आगरा पहुंचेंगे। तभी मुलाकात होगी। युवक ने कहा कि वह किसी को अपनी पहचान बताना नहीं चाहता। कोई भरोसे वाला व्यक्ति हो तो उनके साथ लगा दें। उसे जहां जाना है, वह ले जाएगा। उसने आगरा नहीं देखा है। विधायक ने अपने बेटे वात्सल्य उपाध्याय को फोन कर दिया। कहा कि एक अंकल आए हैं। उन्हें कुछ जगह जाना है। गाड़ी में साथ ले जाएं। चाय नाश्ता भी करा देना। बेटे ने ऐसा ही किया। दोपहर को बेटे का फोन आया। बताया कि वह युवक एमजी रोड स्थित बच्चूमल के शोरूम पर आया था। 40 हजार रुपये की खरीदारी कर ली है। बिल के लिए उनकी तरफ देख रहा है। क्या करना है। यह सुनकर विधायक को शक हुआ। उन्होंने छोटे बेटे आलौकिक को फोन किया। विराज शाह के बारे में नेट पर सर्च करने को कहा। आलौकिक ने गूगल पर नाम सर्च किया। युवक के कारनामे खुलकर आ गए। विधायक ने बड़े बेटे को कहा कि बिल मत देना। अंकल को घर लेकर पहुंचो। दुकानदार से बोल दो कि सामान घर भिजवा देंगे। भुगतान वहां कर देंगे।
शाम को विधायक दिल्ली से लौट आए। युवक ड्राइंग रूम में चाय की चुस्कियां ले रहा था। विधायक ने उससे सवाल-जवाब शुरू कर दिए। कहा कि वह तो झूठ बोल रहा है। उज्जैन में भाजपा विधायक के पीए के साथ ठगी हुई थी। वह घटना भी उसने अंजाम दी थी। यह सुनते ही युवक सकपका गया। बाद में विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने युवक के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में थाना नाई की मंडी पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर भी दे दी थी।