वैक्सीन से पहले 83%कर्मी नहीं आना चाहते ऑफिस :-
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों को जिस एक चीज का बेसब्री से इंतजार है, वह है- कोरोना की एक सुरक्षित और कारगर वैक्सीन। दुनियाभर के देशों में कई तरह की वैक्सीन्स पर काम हो रहे हैं। इस बीच, कोरोना काल में सबकुछ कैसा चल रहा है, इसको लेकर आईटी कंपनी एटलस्सियन द्वारा कराए गए सर्वे के मुताबिक लोगों के मन में काम पर लौटने को लेकर डर बना हुआ है। देश के कई शहरों में हर दिन कोरोना के बढ़ते जा रहे मामलों के बीच यह रिपोर्ट प्रासंगिक है। आईटी कंपनी एटलस्सियन के मुताबिक भारत में करीब 83 फीसदी कर्मचारी वापस दμतर लौटने को लेकर डरे हुए हैं। कोरोना वैक्सीन आने से पहले ये कर्मचारी दμतर नहीं जाना चाहते। इनमें वैसे कर्मी शामिल हैं, जिन्हें वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम करने की इजाजत थी।
टीम के सदस्यों के बीच बढ़ी नजदीकियां
आईटी कंपनी एटलस्सियन की तरफ से कराया गया यह सर्वे अक्टूबर में कराया गया था। इस सर्वे में कई तरह की नई बातें सामने आई हैं। सर्वे के मुताबिक, कोरोना काल में टीम वर्क बेहतर हुआ है। सर्वे में शामिल 86 फीसदी कर्मचारियों का मानना था कि कोरोना संकट के बाद उनकी टीम के सदस्यों के बीच नजदीकियां पहले की अपेक्षा बढ़ी हैं। वहीं, 75 फीसदी कर्मियों ने माना कि पहले की तुलना में उनके बीच टीम वर्क बेहतर हुआ है।
78 फीसदी कर्मचारियों में है नाराजगी
सर्वे के मुताबिक, 88%कर्मचारी मानते हैं कि फिर से दμतर से काम करने के लिए उनकी कंपनी पूरी तरह तैयार हो गई हैं, जबकि 78 %कर्मचारियों को इस बात से नाराजगी थी कि कोरोना के चलते उन्हें घर से काम करने की अनुमति मिली।
50 %मैनेजरों ने माना- उनकी नौकरी अब ज्यादा सुरक्षित
इस सर्वे में 50%मैनेजरों ने माना कि उनकी नौकरी अब ज्यादा सुरक्षित है। कोरोना ने मैनेजरों की भूमिका भी बदल दी है। अब मैनेजर अपने काम के प्रति ज्यादा जुड़ाव महसूस करते हैं। जूम ऐप के जरिए यह सर्वे किया गया था।