रक्षा मंत्री ने किया सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष में सहयोग का आग्रह :-
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों से स्वेच्छा से सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष (एएफएफडीएफ) में योगदान देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सेनाएं हमेशा देश की संप्रभुता की रक्षा करने के लिए बहादुरी से लड़ती रही हैं। इस प्रक्रिया में कई बार उन्होंने अपने जीवन को भी दांव पर लगाया औऱ अपने परिवार को पीछे छोड़ दिया।
रक्षा मंत्री बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल ध्वज दिवस देश भर में हर साल की तरह इस बार भी 7 दिसम्बर को मनाया जाएगा। 1949 के बाद से यह दिवस शहीदों के साथ-साथ वर्दी में सेवा देने वाले पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है। ये उन लोगों का सम्मान है जो देश की सीमाओं की रक्षा के लिए बहादुरी से लड़ते हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि इसलिए हमारे पूर्व सैनिकों के पुनर्वास और कल्याण, हमारे शहीदों और हमारे विकलांग सैनिकों के परिजनों की देखभाल की जिम्मेदारी हम सब नागरिकों की है। उन्होंने यह भी कहा कि ध्वज दिवस हमें इस फंड में योगदान करके इस जिम्मेदारी को पूरा करने का एक अवसर प्रदान करता है। लोगों के स्वैच्छिक योगदान के माध्यम से 2019-20 के दौरान 47 करोड़ रुपये जुटाए गए। केंद्रीय सैनिक बोर्ड के सचिव एयर कमांडर बी अहलूवालिया ने कहा कि इस वर्ष दिसम्बर माह को सशस्त्र बलों और इसके वरिष्ठ सैनिकों के योगदान को सम्मानित करने के लिए गौरव माह के रूप में मनाया जाएगा।क्या है सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष
यह बोर्ड भारत सरकार की सर्वोच्च संस्था है जो पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के पुनर्वास और कल्याण के लिए नीतियां बनाती है। सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष को केंद्रीय सैनिक बोर्ड द्वारा प्रशासनिक रूप से नियंत्रित किया जाता है। एएफएफडी फंड का उपयोग उन सैनिकों के परिजनों के पुनर्वास और कल्याण के लिए किया जाता है जिन्होंने अपने जीवन को कर्तव्य की पंक्ति में रखा. साथ ही उन सैनिकों जो विकलांगता का शिकार हो गए हों, वृद्ध, गैर-पेंशनभोगी, सैनिकों की विधवाओं और अनाथ बच्चों के पालन-पोषण के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। उन्हें विभिन्न योजनाओं जैसे गरीबी अनुदान, शिक्षा अनुदान, विधवा/बेटी विवाह अनुदान, विकलांग बच्चे अनुदान, चिकित्सा अनुदान, गृह मरम्मत अनुदान, अंतिम संस्कार अनुदान, अनाथ अनुदान और कुछ अन्य अनुदानों के माध्यम से भी वित्तीय सहायता दी जाती है। भूतपूर्व सैनिकों (ईएसएम) समुदाय के कल्याण और पुनर्वास के लिए भारत सरकार द्वारा सशस्त्र बल ध्वज दिवस कोष (एएफएफडीएफ) का गठन किया गया है। 32 लाख से अधिक भूतपूर्व सैनिक हैं और हर साल 60,000 सैनिक सेवानिवृत होने के चलते इसमें जुड़ जाते हैं।
कोष में योगदान करने पर मिलेगी आयकर में छूट
सशस्त्र बलों के ध्वज दिवस कोष में योगदान इसके बैंक खातों के माध्यम से भेजा सकता है। इसका विवरण इस प्रकार हैं:-
i) पंजाब नेशनल बैंक (खाता नंबर 3083000100179875, IFSC कोड PUNB308300, शाखा सेवा भवन, आरके पुरम); (ii) भारतीय स्टेट बैंक (खाता नंबर 34420400623, IFSC कोड SBIN0001076 शाखा आरके पुरम) और (iii) आईसीआईसीआई बैंक खाता नंबर 182401001380, IFSC बैंक ICIC0001824 शाखा आरके पुरम)। इस कोष में योगदान को भारत सरकार के आयकर की अधिसूचना संख्या 78/2007 दिनांक 26 मार्च 07 और आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 जी (5) (vi) के तहत आयकर निदेशक (ई) पत्र NQ से छूट दी गई है।