फर्रुखाबाद – औंधे मुंह गिरे आलू के भाव, किसान परेशान :-
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एशिया प्रसिद्ध आलू मंडी सातनपुर में गुरुवार को नए आलू के भाव औंधे मुंह गिरे हैं। 26 सौ रुपया प्रति कुंतल बिकने वाला नया आलू आज यहां आठ सौ रुपया प्रति कुंतल भाव गिर कर अट्ठारह सौ रुपया कुंतल बिका है। जिससे आलू किसानों की चेहरों पर मायूसी छा गई है।
आलू आढ़ती अरविंद राजपूत बताते हैं कि आज आलू की आमद 80 ट्रक होने की वजह से आलू का भाव आठ सौ रुपया प्रति कुंटल गिर गया है। इतनी बड़ी गिरावट नए आलू के भाव मे पहली बार आई है। आलू किसान मुनेंद्र सिंह उर्फ मुन्नू सिंह का कहना है कि जमीन में पैदा होने वाले आलू से किसान आसमान के सपने देखता है। इसी आलू से किसान अपने बेटे बेटियों की शादी करता है। और इसी फसल को बेचकर वह अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई तथा परिवार का भरण पोषण करता है। अगेती आलू की फसल के भाव लगातार गिर रहे हैं। और आज जो भाव एकाएक 8 सौ रुपये प्रति कुंतल गिरे हैं ।इससे किसानों को आने वाले समय में भारी क्षति होने के संकेत मिलने लगे हैं।
बताते चलें कि, आलू 4000 कुंटल तक बिकने की वजह से इस साल किसानों को भारी लाभ हुआ था और इसी लाभ के चलते किसानों ने आलू पैदा करने का क्षेत्रफल बढ़ा दिया था। गत वर्ष यहां 40000 हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल तैयार की गई थी और इस साल किसानों ने क्षेत्रफल को बढ़ाकर 42000 हेक्टेयर भूमि पर आलू की फसल तैयार की है। नए आलू के बाजार में आने के बाद लगातार दाम गिर रहे है। 800 रुपये प्रति कुंटल आलू बिकने से किसानों के चेहरे पर चिंता की रेखाएं उभर आई है।
आलू आढ़ती एसोसियशन के अध्यक्ष रिंकू राजपूत का कहना है कि अट्ठारह सौ रुपया प्रति कुंटल आलू बिकने पर भी किसानों को कोई घाटा नहीं हो रहा है। उन्हें चाहिए कि वह तत्काल आलू खोद कर बेच ले ।जिससे उन्हें अपनी फसल के वाजिव दाम मिल सके। उनका कहना है कि भाव, मौत और वर्षा के बारे में कुछ भी कहा नहीं जा सकता। लेकिन जिस तरह से आलू का क्षेत्रफल बढ़ाया गया है उससे आने वाले समय में आलू किसानों के लिए खतरे के संकेत मिल रहे हैं।
किसानों को इस मौके का लाभ उठाकर अपनी अगेती फसल का आलू खोदकर उस खेत में कोई अन्य फसल तैयार करनी चाहिए। जिससे उन्हें दोहरा लाभ हो सके। उनका कहना है कि मंडी की शुरुआत होने के बाद नया आलू 4000 रुपये कुंतल बिका था। लेकिन धीरे-धीरे आलू के दाम गिरने लगे और आज आलू के भाव पूरी तरह से धड़ाम हो गए हैं। आठ सौ रुपये प्रति कुंतल भाव गिरने से किसान परेशान है।