भारतीय रिजर्व बैंक ने एचडीएफसी बैंक को क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोका
भारतीय रिजर्व बैंक ने एचडीएफसी बैंक के खिलाफ अभूतपूर्व कदम उठाया है. शीर्ष बैंक ने एचडीएफसी बैंक की नई डिजिटल बैकिंग पहल और नया क्रेडिट कार्ड जारी करने पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है. एचडीएफसी के डेटा सेंटर में पिछले दो साल के दौरान बार-बार कामकाज प्रभावित होने के कारण यह आदेश दिया गया है.
रिजर्व बैंक का यह आदेश 2 दिसंबर को आया. इससे ठीक दो सप्ताह पहले निजी क्षेत्र के बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा था कि उसके इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और अन्य भुगतान समेत बैंक का पूरा डिजिटल कामकाज प्रभावित हुआ है. डिजिटल कामकाज प्रभावित होने से ग्राहकों को काफी असुविधा हुई.
निजी बैंक ने कहा कि आरबीआई ने आदेश में बैंक को सलाह दी है कि वह अपने कार्यक्रम डिजिटल 2.0 और अन्य प्रस्तावित आईटी अनुप्रयोगों के तहत आगामी डिजिटल व्यापार विकास गतिविधियों और नए क्रेडिट कार्ड ग्राहकों की सोर्सिंग को रोक दे एचडीएफसी बैंक ने कहा कि इसके साथ ही बैंक के निदेशक मंडल से कहा गया है
कि वे कमियों की जांच करें और जवाबदेही तय करें. सीईओ ने संकेत दिया कि आरबीआई के आदेश से ग्राहकों को बेहतर अनुभव के लिये तथा अगली पीढ़ी के मोबाइल एवं इंटरनेट बैंकिग जैसे बैंक की रणनीतिक डिजिटल पहल को लागू करने में देरी हो सकती है.
उन्होंने कहा हम चीजों को बेहतर बनाने और उसे चाक-चौबंद करने के लिये विशेषज्ञों और नियामक के साथ काम करेंगे. आंतरिक रूप से हम इसे खुद को और बेहतर बनाने तथा और मजबूत होकर उभरने के अवसर के रूप में देख रहे हैं बैंक क्रेडिट कार्ड जारी करने के मामले में अव्वल है और उसके इस साल सितंबर तक ग्राहकों की संख्या 1.49 करोड़ थी. वहीं डेबिट कार्ड मामले में उसके ग्राहकों की संख्या 3.38 करोड़ है.
आम तौर पर आरबीआई खामियों के लिये संबंधित इकाई की कुछ गतिविधियों पर पाबंदियों लगाने के बजाए मौद्रिक जुर्माना लगाता है. लेकिन इस बार उसने कड़ा कदम उठाया है. इस बीच, एचडीएफसी बैंक के एक अधिकारी ने कहा कि उसके मौजूदा ग्राहक सेवाओं का उपयोग पहले की रह कर सकेंगे और आरबीआई के आदेश लागू होने तक मोबाइल बैंकिंग ऐप के लिए सुरक्षा से जुड़े अतिरिक्त एहतियात बरतने की अनुमति होगी.