सीएम गहलोत प्रदेश के किसानों से मांगें माफी, किसानों की सम्पूर्ण कर्जमाफी कर पूरा करें वादा: –
केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को लेकर एक तरफ जहां देशभर के किसान मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलनरत है, वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. सतीश पूनियां ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश के किसानों से आपको माफी मांगनी चाहिए और किसान कर्जमाफी का दो साल पहले जो वादा किया था उसे पूरा करना चाहिए |
एक प्रेस नोट जारी करते हुए बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत अगर किसानों के सच्चे हितैषी हैं तो यह बता दें कि प्रदेश के किसान आत्महत्या को मजबूर क्यों हैं? और वो किसानों की सम्पूर्ण कर्जामाफी कब करेंगे, जिसके बारे में उनके नेता राहुल गाँधी ने दस दिन में सम्पूर्ण कर्जामाफी का वादा किया था. पूनियां ने कहा बेहतर होता कि मुख्यमंत्री गहलोत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञान देने की बजाय प्रदेश के किसानों की सुध लेकर कर्जमाफी का वादा पूरा करें. बीजेपी नेता ने कहा कि मोदी सरकार देश के किसानों की तरक्की के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है और नये कृषि कानून भी किसानों की उन्नति में मील का पत्थर साबित होंगे | डाॅ. सतीश पूनियां ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने दो बजटों में लगभग सवा लाख भर्तियाँ करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक लगभग 18 हजार पदों पर ही भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जो प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के साथ बड़ा छलावा है, निश्चित अवधि में विभिन्न विभागों में भर्तियाँ पूरी करने को लेकर जो वादा किया था उसको लेकर गहलोत को समीक्षा कर निश्चित अवधि में भर्तियाँ पूरी करने एवं बेरोजगारी भत्ता सुचारू करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिससे प्रदेश के बेरोजगार युवाओं का मनोबल बढ़े एवं रोजगार के रास्ते खुले. पूनियां ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आने के बाद किसानों एवं युवाओं से किए गए वादे भूलकर वादाखिलाफी कर रही है.
डाॅ. पूनियां ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत क्यों भूल जाते हैं कि देश की जनता और किसानों ने कांग्रेस को किसानों के कल्याण के लिए पर्याप्त समय तक सत्ता में अधिकार दिए थे, उसका क्या हुआ? स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होने से न्यूनतम समर्थन मूल्य तक सब उनके हाथ में था, लेकिन किसानों के हित में यह निर्णय क्यों नहीं किया?
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पूनियां ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों के कल्याण और तरक्की के रास्ते खोल रहे हैं. नीम कोटेड यूरिया, साॅयल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों के लिए पेंशन, एफपीओ श्रृंखला, 24 फसलों की एमएसपी डेढ़ गुणा करना सहित वर्तमान कृषि विधेयकों के जरिए भी मोदी सरकार किसानों को आर्थिक सम्बल प्रदान करते हुए आत्मनिर्भर बना रही है |
किसान आंदोलन को लेकर सतीश पूनियां ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एवं कृषि मंत्री नरेन्द्र तोमर देश के किसानों को आश्वस्त कर चुके हैं कि एमएसपी पर खरीद जारी रहेगी, कृषि मण्डियों में व्यापार जारी रहेगा, काॅन्टेक्ट फार्मिंग में किसानों के मालिकाना हक एवं पैदावार की उचित कीमत बरकरार रहेगी |