CAA की पश्चिम बंगाल में शुरू हुई दोबारा गूंज
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को कहा कि संशोधित नागरिकता कानून अगले साल जनवरी से लागू हो सकता है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने साथ ही आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार शरणार्थियों के प्रति हमदर्दी नहीं रखती है.
उत्तर 24 परगना जिले में ‘आर नोय अन्याय’ अभियान के इतर उन्होंने पत्रकारों से कहा हमें उम्मीद है कि सीएए के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देने की प्रक्रिया अगले साल जनवरी से शुरू हो जाएगी उन्होंने कहा केंद्र सरकार ने सीएए को ईमानदार नीयत से पड़ोसी देशों से हमारे देश आए उत्पीड़ित शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए पारित किया था
If Suvendu Adhikari joins Bharatiya Janata Party (BJP) then this government will fall before election. By this, I mean many people will leave the party (TMC): BJP MP Arjun Singh. #WestBengal (5.12) pic.twitter.com/F3k4aLgx3U
— ANI (@ANI) December 6, 2020
विजयवर्गीय की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता और राज्य के मंत्री फरहाद हाकिम ने कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल के लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रही है.सीएए में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आ गए हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई, जैन और पारसी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है.
उधर बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष व बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह ने दावा किया है कि टीएमसी के नेता शुभेंदु अधिकारी अगर भाजपा में शामिल होते हैं तो चुनाव से पहले ही बंगाल की ममता सरकार गिर जाएगी. उन्होंने इससे पहले भी इस तरह का दावा किया था कि टीएमसी के पांच सांसद किसी भी क्षण पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
Most probably from January the process of granting citizenship to refugees under CAA will be started by BJP government: BJP General Secretary & West Bengal In-charge Kailash Vijayvargiya. (5.12) pic.twitter.com/KDHl96PLBi
— ANI (@ANI) December 6, 2020
उन्होंने कहा अगर शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल होते हैं तो बंगाल की सरकार चुनाव से पहले ही गिर जाएगी. मुझे लगता है कि शुभेंदु अधिकारी के पार्टी छोड़ने के बाद कई और नेता भी सरकार से अपना हाथ पीछे खींच लेंगे
पश्चिम बंगाल में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में सभी की निगाहें टीएमसी के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी के अगले कदम पर टिकी है. उन्होंने कुछ दिन पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. शुभेंदु अधिकारी ममता सरकार में परिवहन मंत्री के पद पर तैनात थे.
टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी के बारे में खबर है कि वह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि टीएमसी के नेताओं को पूरा भरोसा है कि शुभेंदु पार्टी को छोड़कर कहीं नहीं जाएंगे.