कृषि कानून पर बोले पीएम मोदी- कानून में संशोधन जरूरी, हम संपूर्णता से कर रहे हैं संशोधन
उत्तर प्रदेश में लखनऊ के बाद अब पर्यटन नगरी आगरा की बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल परियोजना पर काम शुरू होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यानी आज आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य का वर्चुअल शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानून का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि जो कानून पिछली शताब्दी में उपयोगी हुए, वह अगली शताब्दी के लिए बोझ बन जाते हैं। इसी कारण इनमें रिफॉर्म जरूरी है। इससे पहले तो रिफॉर्म टुकड़ों में होते थे, अब संपूर्णता के साथ रिफॉर्म किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम रेरा का कानून लेकर आए। इस कानून के बाद मिडिल क्लास के घर तेजी से पूरे होने शुरू हुए हैं। इसी के साथ हमारे शहरों में बड़ी समस्या है, बड़ी संख्या में खाली पड़े घरों की। इसे दूर करने के लिए एक कानून बनाकर राज्यों को दिया जा चुका है। शहरों का जीवन आधुनिक बनाने के लिए काम चल रहा है। आगरा से ही प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत हुई थी। शहर के मध्यम वर्ग के लिए पहली बार घर खरीदने के लिए मदद की जा रही है। इसके लिए 28 हजार करोड़ की मदद की जा चुकी है। इसी के साथ ही अमृत मिशन के तहत सिस्टम को अपग्रेड किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज शहरी गरीब को मुफ्त इलाज मिल रहा है, मध्यम वर्ग को सस्ती दवा मिल रही है। बिजली से लेकर मोबाइल फोन तक खर्च कम हुआ है। एजुकेशन लोन पर ब्याज की दर कम हुई है। ठेली वालों को बैंकों से सस्ता ऋण मिल रहा है। यह ही तो सबका विकास है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर हाउसिंग तक काम हो रहा है। सभी बहन-बेटियों तक सरकारी लाभ पहुंचा है। इस सब बातों की बारीकियों में जाएंगे तो वह आपको संतोष देगा। माताओं-बहनों के इसी आशीर्वाद से मैं भाव-विभोर हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के श्रमिकों तथा किसानों का विश्वास हर चुनाव में दिख रहा है। दो-तीन दिन पहले तेलांगना, हैदराबाद ने अभूतपूर्व विश्वास दिया है। देशवासियों की छोटी से छोटी खुशी मुझे नए काम करने की हिम्मत दे रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आगरा में स्मार्ट सुधार करने के लिए पहले से ही लगभग हजार करोड़ के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। पिछले साल एकीकृत कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उद्घाटन किया गया था वह भी पूरी तरह से तैयार हो गया है। छोटे शहरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जोर दिया जार हा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वह सब है, जो हमें चाहिए। देश के किसानों में सामर्थ्य हैं, यहां डेयरी व फूड़ प्रोसेसिंग की अपार संभावनाएं हैं। आधुनिक सुविधाएं मिलने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश बढ़ रहा है। देश का पहला 14 लेन का एक्सप्रेस-वे भी मेरठ व दिल्ली के बीच बनेगा। गंगा एक्सप्रेस वे को योगी आदित्यनाथ जी की सरकार पहले की स्वीकृति दे चुकी है। एयरपोर्ट भी बनाए जा रहे हैं। देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर की दिक्कत रही थी कि नए प्रोजेक्ट की घोषणा हो जाती थी, लेकिन इसके लिए पैसा कहां से आएगा, इसपर ध्यान नहीं दिया जाता था। इस वजह से प्रोजेक्ट लटके रहते थे। हमारी सरकार ने नई परियोजना की शुरुआत करने के साथ ही उसके लिए धनराशि पर भी ध्यान दिया है।
मल्टी मोरल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लान पर भी काम किया जा रहा है। पूरी दुनिया से निवेश को आकर्षित किया जा रहा है। इसका लाभ टूरिज्म सेक्टर को होता है। कम से कम निवेश में अधिक आमदनी टूरिज्म के माध्यम से संभव है। ताज महल जैसी धरोहरों के आसपास आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। सरकार ने ई बीजा में बढ़ोत्तरी की है, टैक्स को भी काफी कम किया है। कोरोना की स्थिति सुधरती जा रही है, वैसे ही टूरिज्म सेक्टर की रौनक लौट आएगी।
उन्होंने कहा कि आपको मेट्रो प्रोजेक्ट की फिर से बधाई, अब तो सभी को कोरोना के टीकाकरण का इंतजार है। पिछले दिनों वैज्ञानिकों से मिला, तो ज्यादा देर नहीं होने की जानकारी मिली। संक्रमण से बचने के लिए सावधानी में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। मास्क व दो गज की दूरी जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12.20 बजे आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया। यहां 15वीं वाहिनी पीएसी परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और केंद्रीय शहरी आवास राज्यमंत्री हरदीप पुरी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगरा में नए युग की शुरुआत हो रही है। प्रधानमंत्री द्वारा मेट्रो का शिलान्यास किया जा रहा है, उत्तर प्रदेश में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्वेस्टमेंट यूपी अब इन्वेस्टमेंट भारत के साथ मिलकर तेजी से कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री ने नए भारत की शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश भर में निवेश करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। आगरा मेट्रो से शहर के 26 लाख लोगों को फायदा होगा इससे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा बढ़ेगी।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संबोधित करते हुए कहा कि मेट्रो का सिग्नल सिस्टम भी भारत में ही बन रहा है। आज देश के 27 शहरों में मेट्रो का काम या तो पूरा हो चुका है या काम अलग अलग चरणों मेंं तेजी चल रहा है। मेट्रो से जुड़ने वाला आगरा यूपी का 7वांं शहर है। मेट्रो की 450 किलोमीटर से ज्यादा लाइन देशभर में ऑपरेशनल हैंं। मेट्रो कोच भी मेक इन इंडिया के तहत भारत मेंं ही बन रहा है। पिछले सालों में जिस स्पीड से मेट्रो रेल पर काम हुआ, वो सरकार की मंशा को दर्शाता है। यूपी में सवा दो सौ किलोमीटर लाइन डाली गई है। मेट्रो के मामले में भी भारत आत्म निर्भर बन रहा है। आज के नए भारत के सपने विराट हैंं।
379 करोड़ रुपये की लागत वाले इस आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के शिलान्यास की तैयारियां पूरी कर ली गई हैैं। शहर में मेट्रो ट्रैक 30 किमी लंबा होगा। दिसंबर, 2022 में छह स्टेशनों में मेट्रो का संचालन शुरू होगा। पांच वर्ष में मेट्रो के दोनों कारिडोर बनकर तैयार हो जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर में दो घंटे रहेंगे।आगरा में इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आगरा के सांसद, मेयर तथा योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के कई सहयोगियों के साथ उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के महानिदेशक कुमार केशव भी मौजूद रहेंगे। इस बड़ी योजना के पहले चरण को दिसंबर 2022 तक पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीएमआरसी को निर्देश भी जारी कर दिया है। प्रथम चरण में दिसंबर 2022 तक इसकी सेवा सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट तक शुरू हो जाएगी।
आगरा मेट्रो की कुल लागत (केंद्रीय करों सहित) 8379.62 करोड़ रुपए होगी। पहले चरण में सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। सबसे पहले ताज ईस्ट से जामा मस्जिद तक छह किलोमीटर तक प्राथमिक सेक्शन तैयार किया जाएगा। इस सेक्शन में कुल छह मेट्रो स्टेशन ताज ईस्ट गेट, बसई, फतेहाबाद रोड तीन उपरिगामी मेट्रो स्टेशन बनेंगे। ताज महल, आगरा फोर्ट और जामा मस्जिद भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे। आगरा मेट्रो रेल परियोजना में कॉरिडोर-1 का डिपो तैयार करने के लिए 9.37 हेक्टेयर जमीन चयनित की गई है। इसमें से 8.09 हेक्टेयर जमीन पीएसी 15वीं वाहनी और 1.28 हेक्टेयर जमीन मण्डलायुक्त कार्यालय की है। आगरा मेट्रो रेल परियोजना के डिपो के निर्माण कार्य का जिम्मा मेसर्स लीशा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि आगरा मेट्रो रेल परियोजना उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा संचालित की जाएगी। परियोजना के तहत 29.4 किलोमीटर लंबे दो कॉरिडोर प्रस्तावित हैं। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच लगभग 14 किलोमीटर लंबा पहला कॉरिडोर बनेगा, जिसमें 13 मेट्रो स्टेशन होंगे। दूसरा, कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच बनाया जाएगा, जिसकी लंबाई 15.4 किमी होगी। इसमें कुल 14 मेट्रो स्टेशन होंगे।
योगी आदित्यनाथ सरकार आगरा में पर्यटन तथा बढ़ती औद्योगिक गतिविधि के कारण इस प्रोजेक्ट को दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना पर शीघ्र काम शुरू करने से यहां पर दो वर्ष में लोगों को मेट्रो रेल की सुविधा मिल जाएगी। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आगरा के लोगों को मेट्रो रेल का तोहफा देने जा रही है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के इस प्रोजेक्ट में आगरा के साथ कानपुर तथा गोरखपुर हैं।
यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव का कहना है कि आगरा मेट्रो पर्यावरण के अनुकूल, आरामदायक एवं बाधारहित सार्वजनिक यातायात का साधन उपलब्ध कराएगी। आगरा में ताजमहल और आगरा फोर्ट जैसे विश्व-प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों तक मेट्रो आवाजाही को आसान बनाएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा पर्यटन विकास में होगा. हमारी टीम के लिए निर्धारित समय-सीमा के अंदर, शहर के बीचोंबीच मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण करना एक बड़ी चुनौती है। हम इसे पूरा करते हुए तय समय सीमा में मेट्रो उपलब्ध करायेंगे।
26 लाख की आबादी होगी लाभान्वित
प्रवक्ता का कहना है कि इस मेट्रो रेल परियोजना से आगरा की 26 लाख की आबादी लाभान्वित होगी। साथ ही प्रत्येक वर्ष आगरा आने वाले लगभग 60 लाख पर्यटक भी शहर में विश्वस्तरीय मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। इस परियोजना के रूप में पर्यटन नगरी को एक अत्याधुनिक और वैश्विक स्तर का मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) उपलब्ध हो सकेगा। कॉरिडोर इस प्रकार निर्धारित किए गए हैं कि शहर के चार प्रमुख रेलवे स्टेशन, बस डिपो, कॉलेज, प्रमुख बाजार और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके। उल्लेखनीय है कि आठ मार्च, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगरा मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया था, जिसके निर्माण कार्यों का शुभारंभ अब किया जा रहा है।