9 राज्यों में ‘बंद’, बंगाल में सब खुला :-
तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के आह्वान पर मंगलवार को 9 राज्यों में ‘भारत बंद’ होगा। हालांकि बंगाल में सब खुला रहेगा, क्योंकि ममता सरकार ने बंद का विरोध किया है।
11 से 3 बजे तक बंद
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भारत बंद के तहत सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चक्काजाम किया जाएगा, ताकि कर्मचारी दफ्तर जा सकें और उन्हें परेशानी न हो। 11 बजे तक ज्यादातर लोग ऑफिस पहुंच जाते हैं और 3 बजे छुट्टी होना शुरू हो जाती है।
इन सरकारों का समर्थन
किसानों के इस भारत बंद को अब तक 8 राज्य सरकारों का समर्थन मिल गया है। इनमें दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल और महाराष्ट्र सरकार शामिल हैं। हरियाणा में भी बंद का असर दिखेगा, हालांकि सरकार ने समर्थन नहीं किया है।
नेताओं को जगह नहीं
कांग्रेस, सपा, बसपा, शिवसेना, द्रमुक, राजद, राकांपा, आप, वामपंथी, टीआरएस, गुपकार गठजोड़ ने बंद का समर्थन किया है। इस बीच, किसान संगठनों ने भी साफ कर दिया है कि भारत बंद के दौरान किसानों के मंच पर किसी भी राजनीतिक दल के नेता को जगह नहीं दी जाएगी।
सुरक्षा में चूक न हो
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि किसानों और विपक्षी दलों के ‘भारत बंद’ के दौरान सुरक्षा कड़ी की जाये और एहतियाती कदम उठाये जायें ताकि देश में कहीं भी अप्रिय घटना न घटे।
इनका समर्थन नहीं मिला
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, तृणमूल किसानों की मांगों का समर्थन करती है, लेकिन भारत बंद के विरोध में है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, प्रदर्शन के दौरान आम लोगों को परेशानी होने पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बंगाल में बंद का हाल : बंगाल में आज रोजाना की तरह ही चलेंगी ट्रेन, मेट्रो, बसें, टैक्सी, ऑटो व हवाई सेवाएं
केंद्र सरकार की कृषि बिल के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नैतिक रूप से पूरा समर्थन है, मगर आज देशव्यापी बंद का उन्होंने विरोध किया है।
बंगाल में रोज की तरह चलेंगी बसें
देशव्यापी हड़ताल का राज्य में परिवहन परिसेवा पर इसका असर नहीं पड़ेगा। ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बनर्जी ने कहा कि बंद का समर्थन यूनियन नहीं करता। हमारा मंच कोई राजनीतिक बैनर तले नहीं है। ऐसे में पहले की तरह ही बसों का परिचालन जारी रहेगा। सोमवार शाम बस संगठनों के साथ बैठक भी परिवहन विभाग के अधिकारी ने की। बैठक के बाद बंगाल बस सिंडिकेट के उपाध्यक्ष सुरजीत साहा ने कहा कि हमने परिवहन विभाग को आश्वस्त किया है कि बसों की परिसेवा जारी रहेगी। बैठक में बंगाल टैक्सी एसोसिएशन के महासचिव विमल गुहा, मिनी बस को-ऑर्डिनेशन कमेटी के तपन बसु व अन्य भी मौजूद थे।
हमने बंद की बंद की राजनीति
ममता ने कहा कि 2011 में सत्ता में आने के साथ ही तृणमूल सरकार ने सबसे पहले बंद की राजनीति को बंद किया क्योंकि इससे समस्या का समाधान कतई संभव नहीं है। 34 सालों के वाममोर्चा सरकार हर बात में हड़ताल करने पर उतारू होती थी मगर तृणमूल इसके समर्थन में नहीं है। आज किसान आंदोलन कर रहे है, वह जायज है, उनकी मांग जायज है मगर बंद को उचित नहीं ठहराया जा सकता।
सभी परिसेवाएं सामान्य रहेंगी
उन्होंने साफ कर दिया कि बंगाल में सब कुछ खुला रहेगा। सभी परिसेवाएं सामान्य रहेंगी। जिस तरह कर्मचारी रोस्टर सिस्टम में कार्यालय आ रहे हैं वैसे ही आना होगा। सरकारी बसों का परिचालन सामान्य दिनों की ही तरह रहेगा। सरकार इस बात का पूरा ध्यान रखेगी कि किसी तरीके की कोई दिक्कत ना आये। मेट्रो ट्रेनें भी सामान्य रहेंगी। इसके अलावा बसें, ट्रेन, मेट्रो, ऑटो, टैक्सी व हवाई सेवाएं सामान्य रहेंगी।