सिंधु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में धरने पर बैठे किसान की मौत
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. सर्द मौसम में भी आंदोलनकारी किसान दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं. सोनीपत के सिंधु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में एक किसान की मौत हो गई है. किसान आंदोलन में टीडीआई सिटी के सामने किसान की मौत हुई है. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
बताया जा रहा है कि मृतक किसान का नाम अजय है और उसकी उम्र 32 साल है. वह सोनीपत के बरोदा का रहने वाला है. अजय एक एकड़ जमीन का किसान था और जमीन ठेके पर लेकर खेती का काम करता था. किसान आंदोलन में वह भी हिस्सा ले रहा था. रात को खाना खाकर सोया था और सुबह नहीं उठा. परिजनों ने कहा कि उसकी ठंड के कारण मौत हुई है.
आपको बता दें कि तीन कृषि कानूनों समेत कई मांगों को लेकर दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर किसान पिछले 12 दिन से डटे हुए हैं. हजारों की संख्या में किसान अपने ट्रैक्टर में ही रात काट रहे हैं. सर्द मौसम में किसानों का हौसला बुलंद है. सिंधु, टिकरी, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर किसानों का हुजूम इकट्ठा है, जिन्हें विपक्ष का भी समर्थन मिल रहा है.
कृषि कानून पर गतिरोध कम करने के लिए सरकार और किसानों के बीच पांच राउंड की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला है. इस बीच किसानों ने आज भारत बंद बुलाया है. किसानों के भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. कई जगहों पर विपक्ष जबरदस्त प्रदर्शन कर रहा है तो कई जगहों पर दुकानें खुली हैं.
किसानों और सरकार के बीच कल फिर से बातचीत होगी. इससे पहले किसान नेता अपनी अगली रणनीति बना रहे हैं. किसानों का कहना है कि हम कृषि कानून को वापस लेने तक घर नहीं जाएंगे. हमने 6 महीने तक धरना देने की तैयारी की है.