गुजरातप्रदेश

गुजरात में किसान बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के कई नेता व कार्यकर्ता हुए गिरफ्तार

किसानों के समर्थन में बंद के दौरान गांधीनगर में कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा जबकि अमरेली में नेता विपक्ष परेश धनानी मौजूद रहे। कांग्रेस के सभी विधायकों ने अपने अपने क्षेत्रों में केंद्र सरकार के किसान बिलों का विरोध किया। पुलिस ने कांग्रेस के कई नेता व दर्जनों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।

वडनगर में बंद गोधरा खुला रहा  

किसानों के आंदोलन के समर्थन में मंगलवार को भारत बंद के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैतृक गांव वडनगर के व्यापारियों ने व्यापार वह दुकानें बंद रखकर इसका समर्थन किया वही गोधरा में बंद का बिल्कुल असर नहीं दिखा। बड़नगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैतृक गांव है मोदी यहां बचपन में रहे तथा अपने पिता के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे। गोधरा कांड के चलते चर्चा में आया मुस्लिम बहुल गोधरा शहर में बंद का असर बिल्कुल नजर नहीं आया। यहां बाजार में दुकानें खुले नजर आ रहे थे। गोधरा स्टेशन पर 27 फरवरी 2002 को साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन की बोगी में 58 कारसेवकों को जिंदा जला दिया गया था जिसके बाद गुजरात में दंगे भड़क गए थे।

 किसान आंदोलन के समर्थन में उतरे कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता 

अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा, गांधीनगर, भरूच व मोरबी सहित राज्य के कई शहरों में गांव में कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता किसान आंदोलन के समर्थन में सड़कों पर उतरे। गांधीनगर में कांग्रेस के कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया वही राजकोट में महिला कांग्रेस नेताओं की पुलिस ने धरपकड़ की। अहमदाबाद तथा वडोदरा में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर टायर जलाए जिसके बाद पुलिस ने उनकी धरपकड़ की।

पुलिस हाईवे व प्रमुख सड़कों पर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चालू रखने का प्रयास कर रही है। शहरों में भी पुलिस लगातार गश्त कर रही है तथा प्रमुख बाजार व सोसायटी में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। गुजरात में कांग्रेस एनसीपी प्रजाशक्ति पार्टी तथा कम्युनिस्ट पार्टी बंद का समर्थन कर रहे हैं। अहमदाबाद के पास शान में प्रदर्शनकारियों ने एक बस पर पथराव किया। अहमदाबाद उदयपुर हाईवे पर हिम्मतनगर के पास ट्रकों की हवा निकाल दी गई तथा सड़क पर टायर जलाने के कारण काफी देर तक चक्का जाम रहा।

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के भारत बंद को लेकर गुजरात में मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। गांधीनगर, उंझा, अहमदाबाद और वडोदरा में जहां एपीएमसी कृषि व फल सब्जी मंडी खुली है वही अमरेली गोंडल राजकोट आदि शहरों में मंडिया बंद रही।

मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बंद को राजनीतिक बताते हुए कहा की अब यह किसानों का आंदोलन नहीं रह गया है। कांग्रेस आम आदमी पार्टी माकपा भाकपा बसपा आदि के समर्थन के बाद अभी आंदोलन राजनीतिक हो गया है। उधर गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने एक परिपत्र जारी कर भारत बंद के दौरान उपद्रव हिंसा व आगजनी फैलाने वालों से सावधान रहने को कहा है। राज्य में एसआरपी तथा होमगार्ड को भी तैनात करते हुए कहा है कि जहां कहीं भी राज्य में धारा 144 का उल्लंघन करते या जबरदस्ती दुकान या प्रतिष्ठानों को बंद करते हैं कोई नजर आता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

भारत बंद के समर्थन में कई शहरों में मंडियां बंद

अहमदाबाद के जमालपुर की फल एवं सब्जी मंडी जेतलपुर की मंडी एशिया की सबसे बड़ी जीरा मंडी ने मंगलवार को मंडी खुली रखने का ऐलान किया है। वही राजकोट गोंडल अमरेली सहित सौराष्ट्र के कई शहरों में मंडियों ने भारत बंद के समर्थन में बंद रखा है। अहमदाबाद गांधीनगर सही प्रदेश के कई शहरों में बंद का मिला-जुला असर नजर आ रहा है।

 वर्किंग डे के बावजूद  व्यापारिक प्रतिष्ठान अभी तक नहीं खुले 

वर्किंग डे होने के बावजूद विभिन्न शहरों में बाजार के व्यापारिक प्रतिष्ठान अभी तक नहीं खुले तथा दुकानदार देश व राज्य के अन्य शहरों मैं हो रहे बंद या अन्य घटनाओं पर नजर बनाए हुए हैं। अमरेली जिला कांग्रेस के अध्यक्ष डीके रैयाणी ने पार्टी के तहसील पंचायत अध्यक्ष को भारत बंद का विरोध करने के लिए अध्यक्ष पद से हटाने के साथ पार्टी से भी 6 साल के लिए निकाल दिया। तहसील पंचायत के प्रमुख जनक तलाविया ने किसानों के भारत बंद को अनावश्यक बताते हुए इसका विरोध किया था। इसके बाद कांग्रेस के जिला अध्यक्ष में उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तहसील प्रमुख पद से हटाया साथ ही कांग्रेस से भी 6 साल के लिए सस्पेंड कर दिया। रैयाणी ने कहा कि किसानों के भारत बंद को कांग्रेस का पूर्ण रूप से समर्थन है तलाविया ने पार्टी के इस फैसले के विरूद्ध जाने का प्रयास किया है।

Related Articles

Back to top button