अंजू बॉबी जॉर्ज का खुलासा- एक किडनी के सहारे पहुंच गयी शिखर पर :-
ओलंपियन और लंबी कूद की एथलिट अंजू बॉबी जॉर्ज ने खुलासा किया है कि उन्हें सिर्फ एक किडनी है। अंजू को इसका पता 2002 के कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले चला। बता दें कि साल 2002 में अंजू बॉबी जॉर्ज 26 साल की थी। साल 2003 में उन्होंने पेरिस वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीत कर इतिहास रच दिया था। उन्होंने सबसे पहले 6.61 मीटर का छलांग लगाया। इसके बाद इसे बेहतर करते हुए वो 6.70 मीटर पहुंच गयी थीं। वो इस चैंपियंशिप में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट थीं।
17 साल बाद उन्होंने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें सिर्फ एक किडनी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, आप यकीन करें या न करें, लेकिन मैं लकी रही कि एक किडनी होने के बावजूद मैंने पेरिस वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता। मुझे पेन किलर से भी एलर्जी है। ये किसी कोच का जादू था फिर प्रतिभा। बाद में केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट करते हुए कहा कि उन्हें अंजू बॉबी जॉर्ज की कामयाबी पर गर्व है। उन्होंने लिखा आपने कठिन मेहनत से देश का नाम ऊंचा किया। अंजू बॉबी जॉर्ज के मुताबिक, 2002 के कॉमनवेल्थ गेम्स में चुने जाने के बाद पता चला कि उन्हें एक ही किडनी है। उन्होंने कहा कि गेम्स से पहले तबियत खराब होने पर चेकअप करवाया तो पता चला कि उन्हें जन्म से एक ही किडनी है। उन्होंने कहा, ‘कोच और पैरेंट्स ने मेरा हौसला बढ़ाया। कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन्ग जंप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही।’