चीन LAC पर सेना तैनात करने के लिए दे चुका है ‘5 अलग-अलग स्पष्टीकरण’ : विदेश मंत्री :-
केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बीते बुधवार को चीन संग पूर्वी लद्दाख में चल रहे सीमा गतिरोध के मध्य चीन पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, चीन वास्तविक सीमा रेखा (एलएसी) पर काफी संख्या में सेना तैनात करने हेतु ‘5 भिन्न-भिन्न स्पष्टीकरण’ दे चुका है।
उन्होंने यह भी बोला कि चीन की तरफ से द्विपक्षीय समझौते के इस उल्लंघन ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को हानि पहुंचाई है। उन्होंने यह बात एक ऑस्ट्रेलियाई राजनीतिक थिंकटैंक की ऑनलाइन चर्चा में कही।
उन्होंने बोला कि, हमने साल 1988 में ऐसी समस्या का सामना किया है। यह हमारे रिश्ते में एक अवरोध था। तब से हमारे मध्य मतभेद थे, परन्तु मोटे तौर पर संबंधों की दिशा सकारात्मक रखी गई थी।
उन्होंने कहा, बीते 30 साल के दौरान चीन हमारा दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार बनकर उभरा था। दोनों देशों के संबंधों ने व्यापार, यात्रा एवं अलग-अलग अन्य क्षेत्रों में महत्वपूर्ण तरक्की की थी, क्योंकि दोनों देशों ने एलएसी पर शांति और आदर बनाए रखने हेतु विभिन्न समझौते किए थे।
साथ ही दोनों ही देश सीमा विवाद के मामले भी सुलझाने का प्रयास कर रहे थे। किन्तु एलएसी पर तनाव के चलते संबंधों में ऐतिहासिक गिरावट आई है। चीन ने 30 वर्ष की मित्रता को पलभर में तबाह कर दिया।
उन्होंने आगे बताया, एलएसी पर गतिरोध को अब 8 महीने होने जा रहे हैं, परन्तु इसके समाप्त होने के आसार नहीं दिख रहे। दोनों पक्ष अब तक कई बार बात कर चुके हैं, परन्तु चीन यह मूल मुद्दा नहीं समझ पा रहा है कि ‘समझौतों का पालन नहीं हो रहा है।’