5000 मास्क बनाकर लोगों की लखनऊ में रहने वाली रेखा ने की मदद
लखनऊ के चिनहट की रहने वाली रेखा सोनी ने 55 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया। मौजूदा समय दो स्वंय सहायता समूहों का संचालन कर रही हैं। पहले खुद प्रशिक्षण लेने के बाद रेखा ने इन महिलाओं को जूट के बैग, फाइल फोल्डर, मास्क, कपड़े के थैले स्कूल ड्रेस बनाना सिखाया।
इनमें कई महिलाएं ऐसी हैं जिनके घरों में लॉकडाउन के दौरान दो वक्त की रोटी का संकट उत्पन्न हो गया था। पाई पाई को मोहताज उन परिवारों की आर्थिक चिंता स्वंय सहायता समूह से जुड़ने के साथ दूर हो गई।
साथ ही इनके बनाए उत्पाद सरकारी और सार्वजिक क्षेत्र की कंपनियां खरीद रही हैं। इस तरह प्रति महिला रोजाना 200 से 300 रुपए की नियमित आय हो रही है। रेखा ने बताया वह घरेलू महिला हैं। उनके पति सोहन लाल सोनी एक सुनार की दुकान पर काम करते हैं।
करीब ढाई साल पहले नाबार्ड और आवाहन संस्था की मदद से स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं। इसके बाद उनकी जिन्दगी बदल गई। न सिर्फ अपने पैरों पर खड़ी हुईं बल्कि अन्य महिलाओं को सहारा देने का भी अवसर मिला।
आज रेखा अपने समूह की अध्यक्ष हैं और समूह को बहुत अच्छे से चला रही हैं। लॉकडाउन के बीच रेखा और स्वयं सहायता समूह की अन्य महिलाओं ने पांच हजार से अधिक मास्क सरकारी विभागों से लेकर विभिन्न दुकानों पर सप्लाई किए। समूह की महिलाओं के साथ वह कई हस्तशिल्प प्रदर्शनियों और मेलों में स्टॉल लगा चुकी हैं।
रेखा अपने समूह के माध्यम से गांव के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद भी कर रही हैं। सरकारी पेंशन योजनाओं, मजदूर कार्ड आदि के फार्म भरवाने से लेकर आवेदन करवाने तक में मदद कर रही हैं।