बीएसएनएल ने दुनिया का पहला उपग्रह आधारित आईओटी उपकरण सेवा शुरू की :-
अगर आप कॉल न लगने या वॉइस ब्रेक होने जैसी समस्याओं से परेशान हैं। तो अब आपकी यह परेशानी आसानी से दूर हो सकती हैं। बस आपको सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी बीएसएनएल की विशेष सेवा का उपयोग करना होगा। दरअसल, सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल ने उपग्रह आधारित इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) उपकरण सेवा की गुरुवार को शुरुआत की है। कंपनी की इस सेवा का उपयोग देश की समुद्री सीमा के भीतर कहीं भी उन स्थानों पर किया जा सकता है जहां मोबाइल टावर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में कंपनी की सर्विस पहले की तुलना में काफी बेहतर हो जाएगी।
प्रत्येक इकाई की कीमत 10,000 रुपये
कंपनी ने एक बयान में कहा यह दुनिया का पहला उपग्रह आधारित आईओटी नेटवर्क है। इस सेवा को अमेरिका की स्काइलो के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है। स्काइलो ने भारत में उपयोग के लिए इन उपकरणों को तैयार किया है। बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पी के पुरवार ने कहा कि स्काइलो के उपकरणों को सिर्फ यह सरकारी कंपनी ही उपलब्ध कराएगी। इसकी प्रत्येक इकाई की कीमत 10,000 रुपये है। इस चौकोर आकार के उपकरण को ग्राहक देशभर में कहीं भी ले जा सकते हैं और अपने स्मार्टफोन से कनेक्ट करके दोतरफा संवाद कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि स्काइलो 2021 में कोविड-19 के टीके के प्रभावी वितरण के लिए लॉजिस्टिक क्षेत्र को अहम आंकड़े उपलब्ध कराने में भी मदद करेगी।